पाकिस्तान से क्रिकेट नहीं खेलने पर शशि थरूर ने उठाए सवाल, कहा- नहीं खेलना सरेंडर करने से भी बुरा होगा
पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान से मैच खेलने को लेकर नए सिरे से बहस छिड़ी है. इस बीच कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है कि 1999 में जब करगिल युद्ध अपने चरम पर था, उस समय भारत ने वर्ल्ड कप में पकिस्तान के खिलाफ मैच खेला और जीता.
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जैश ए मोहम्मद के हमले के बाद एक बार फिर पाकिस्तान से खेल को लेकर सवाल उठ रहे हैं. भारत में लोग मैच नहीं खेलने की वकालत कर रहे हैं. इस बीच कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर ने मैच खेले जाने की पैरवी की है. थरूर ने कहा है कि करगिल युद्ध जब अपने चरम पर था, तब भी भारत ने वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलकर उन्हें हराया था.
उन्होंने कहा, ''1999 में जब करगिल युद्ध अपने चरम पर था, उस समय भारत ने वर्ल्ड कप में पकिस्तान के खिलाफ मैच खेला और जीता. इस बार इस मैच को जीतना सिर्फ दो अंक हासिल करना नहीं होगा बल्कि, यह उनके लिए सरेंडर से भी ज्यादा खराब होगा क्योंकि उनकी यह हार बगैर लड़े होगी.''
Reminder: at the height of the 1999 Kargil War, India played Pakistan in the cricket World Cup, & won. To forfeit the match this year would not just cost two points: it would be worse than surrender, since it would be defeat without a fight. https://t.co/RDgn7VEB5r
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) February 22, 2019
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार ने पुलवामा हमले के बाद राष्ट्रीय शोक भी घोषित नहीं किया, अब वे उस मैच को रद्द करना चाहते हैं जो तीन महीने बाद है. क्या 40 जिंदगियां जाने का यही गंभीर उत्तर है?’’ थरूर ने आरोप लगाया, "बीजेपी संकट से निपटने में हुई अपनी कोताही से ध्यान भटकाना चाहती है. हमें दिखावे की राजनीति नहीं, बल्कि प्रभावी कार्रवाई की जरूरत है."
आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का कामकाज देख रही दो सदस्यीय प्रशासकों की समिति (सीओए) शुक्रवार को नई दिल्ली में बैठक करेगी, जिसमें वह इसी साल इंग्लैंड में होने वाले वनडे विश्व कप में पाकिस्तान के साथ खेलने या नहीं खेलने पर चर्चा कर सकती है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पुलवामा आतंकी हमले की निंदा की, जैश ए मोहम्मद का भी किया जिक्र
पुलवामा में 14 फरवरी को आंतकी हमले में 40 से ज्यादा सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने के बाद कई पूर्व और मौजूदा खिलाड़ियों ने इस हमले की निंदा की है लेकिन साथ ही कहा है कि अगर भारत विश्व कप में पाकिस्तान के साथ नहीं खेलता है तो भारत को अंकों का नुकसान होगा.