Lok Sabha Elections 2024: आगामी लोकसभा चुनावों में बीजेपी को हराने के ल‍िए जहां व‍िपक्षी दल इंडिया गठबंधन के तौर पर सियासी गणित बिठाने में जुटे हैं. इस बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इंड‍िया गठबंधन की एकजुटता को लेकर एक और बयान दिया है. शशि थरूर ने सोमवार (15 जनवरी) को कहा क‍ि अगर बीजेपी के ख‍िलाफ कई सीटों पर व‍िपक्ष मजबूती के साथ एकजुट होता है तो पर‍िणाम ब‍िल्‍कुल अलग आएंगे. बीजेपी को बहुमत के आंकड़े से नीचे लाया जा सकता है. 


एएनआई के मुताब‍िक, कांग्रेस नेता थरूर ने कहा कि बीजेपी के ख‍िलाफ अगर व‍िपक्षी गठबंधन मजबूती से लड़ता है तो 2019 का लक्ष्‍य सत्तारूढ़ दल को हास‍िल नहीं हो पाएगा. इसको लेकर वह पूरी तरह से आश्‍वस्‍त हैं.  


'इन राज्‍यों में कांग्रेस का रहा खराब प्रदर्शन' 


थरूर ने 2019 के चुनावी आंकड़ों का व‍िश्‍लेषण करते हुए यह भी बताया क‍ि इसमें कांग्रेस को हरियाणा में 0, राजस्थान में 0, मध्य प्रदेश में 1, बिहार में 1 और कर्नाटक में सिर्फ 1 सीट ही हास‍िल हुई थी. इस तरह के दूसरे और भी राज्‍य हैं जहां पर कांग्रेस ने अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन किया. लेक‍िन व‍िपक्ष के साथ म‍िलकर इन राज्‍यों में बेहतर क‍िये जाने की पूरी संभावना है.  


उन्‍होंने कहा क‍ि इस बार हम न‍िश्‍च‍ित तौर पर अच्‍छा और बेहतर चुनावी प्रदर्शन करने जा रहे हैं. उनको व‍िश्‍वास है क‍ि 2019 की तुलना में 2024 आम चुनाव में कांग्रेस अच्‍छा प्रदर्शन करेगी.   


'इन राज्‍यों में बेहतर प्रदर्शन करने की पूरी उम्‍मीद'  


उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ह‍िमाचल प्रदेश और मध्‍य प्रदेश में अच्‍छा प्रदर्शन कर सकती है. उम्‍मीद से ज्‍यादा सीट हम वहां न‍िकाल सकते हैं. इसके अलावा कर्नाटक सरकार हमारी काफी पॉपुलर है, वहां पर हम अच्‍छा प्रदर्शन कर सीटें जीत सकते हैं. वहीं, तेलंगाना में कांग्रेस ने जमीनी स्‍तर पर काम क‍िया है ज‍िसका फायदा म‍िलेगा. हाल में कांग्रेस ने वहां पर सरकार भी बनाई है. तेलंगाना में कांग्रेस का लोगों को पूरा समर्थन है. 


'महाराष्‍ट्र व ब‍िहार व‍िपक्ष के ल‍िए अच्‍छे राज्‍य'  


उन्‍होंने महाराष्‍ट्र का भी ज‍िक्र क‍िया जहां पर गठबंधन की सरकार चलाई जा चुकी है. उन्‍होंने कहा कि महाराष्‍ट्र और ब‍िहार व‍िपक्ष के ल‍िए बहुत ही अच्‍छे राज्‍य हैं जहां पर एकजुटता से बीजेपी को रोका जा सकता है.      


'तार्क‍िक व‍िश्‍लेषण, कोई पूरा जवाब नहीं' 


उन्‍होंने इस बात को भी कहा कि यह स‍िर्फ एक तार्क‍िक चुनावी व‍िश्‍लेषण है, लेक‍िन तर्क कोई पूरा जवाब नहीं होता है. जनतंत्र में इस सब का फैसला जनता अपने मताध‍िकार के जर‍िए देती है. इसल‍िए हम सभी इसकी ज‍िम्‍मेदारी वोटरों पर छोड़ते हैं. देशह‍ित में जो उनको सही लगता है, वो वैसा ही करते हैं.    


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