नई दिल्लीः अपने बयानों और ट्वीट से अक्सर विवादों में रहने वाले कांग्रेसी नेता शशि थरूर ने आज एक और बयान दे डाला है. उन्होंने एक पत्रकार के हवाले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर आपत्तिजनक टिप्पणी की है. उन्होंने बंग्लुरू में कहा कि आरएसएस के शख्स ने एक पत्रकार से कहा है कि मोदी शिवलिंग पर बैठे हुए बिच्छू की तरह हैं. इन्हें आप न तो हाथ से हटा सकते हैं और न ही चप्पल से मार सकते हैं.


बंग्लुरू में शशि थरूर ने लिटरेचर फेस्टिवल में कहा कि आरएसएस के प्रचारक ने कारवां के पत्रकार विनोद जोशी को बोला कि मोदी शिवलिंग पर बैठे हुए एक ऐसे बिच्छू हैं, जिन्हें आप हाथ से भी नहीं हटा सकते और चप्पल भी नहीं मार सकते. हाथ से मारेंगे तो बुरी तरह से डंक खाएंगे, चप्पल से मारेंगे तो धर्म का अपमान करेंगे.





शशि थरूर के मुताबिक मोदी जी अपनी प्रशंसा सुनना चाहते हैं और इसको लेकर बीजेपी और आरएसएस में भी लोग असहज हैं. आरएसएस को लगता है कि वो शिवलिंग पर बैठे बिच्छू की तरह हैं जिसे यदि हाथ से हटाया तो डंक लगेगा और प्रहार किया तो शिवलिंग का अपमान होगा.


इस पर कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा है कि शिवलिंग पर चप्पल फेंकने की बात कहना हिंदू धर्म का अपमान है. राहुल गांधी खुद को शिवभक्त बताते हैं, वे इसका जवाब दें. प्रधानमंत्री मोदी का विश्व में सम्मान है, उनके बारे में इस तरह की बात अपमानजनक है. यह देश के लिए बहुत दुर्भाग्य की बात है कि गांधी, नेहरू और इंदिरा की विरासत का दावा करने वाली पार्टी आज किस स्तर पर आ गई है. आधारहीन और तथ्य से परे आरोप लगाने के साथ ही उसके नेता घटिया भाषा में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं.


रविशंकर प्रसाद ने ये भी कहा कि पूरा देश देख रहा है कि किस तरह हिन्दू भगवान का अपमान किया जा रहा है. उनकी अगुवाई में छुटभैये नेता भी, गैर ज़िम्मेदार और ओछी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं. हिन्दू देवी देवताओं के इस अपमान को देश स्वीकार नहीं करेगा. राहुल गांधी जी आप अपने को शिव भक्त कहते हैं तो वे बताएं कि आपके नेता भगवान शंकर के शिवलिंग पर चप्पल फेंकने की बात कर रहे हैं. यह भगवान शिव का अपमान है या नहीं? सोनिया गांधी और राहुल गांधी बताएं कि क्या वो भगवान शिव के इस अपमान का समर्थन करते हैं? वो इस मामले पर जवाब दें या देश से माफी मांगें. वहीं उन्होंने ये भी कहा कि शशि थरूर हत्या के आरोप में चार्जशीटेड हैं, उनके बयान का जवाब देकर मैं उन्हें ज़्यादा मान नहीं देना चाहता.


बता दें इससे पहले भी शशि थरूर हिंदुओं, पाकिस्तान और गाय जैसे मुद्दों पर ऐसे बयान देते रहे हैं जिनपर बीजेपी और हिंदुत्ववादी संगठन आपत्ति जताते रहे हैं.


अक्टूबर में ही दिया था राम मंदिर पर बयान
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने 14 अक्टूबर को राम मंदिर के बारे में भी बयान दिया था. अयोध्या में राम मंदिर पर बोलते हुए शशि शरूर ने कहा कि अच्छे हिंदू ये नहीं चाहते कि बाबरी मस्जिद वाली विवादास्पद जमीन पर राम मंदिर बनाया जाए. उन्होंने ये भी कहा था कि कोई भी अच्छा हिंदू ये नहीं चाहता है कि किसी दूसरे के धार्मिक प्रार्थना स्थल को गिराने के बाद वहां राम मंदिर का निर्माण हो.


अगस्त में उठाया था पीएम पर सवाल
इससे पहले अगस्त में भी शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अजीबोगरीब सवाल किया है. उन्होंने कहा कि वे देश और विदेश में दौरे के वक्त अलग-अलग तरह की पगड़ी तो पहन लेते हैं लेकिन मुस्लिम टोपी पहनने से बचते हैं. उन्होंने कहा, ''आपने उन्‍हें (मोदी) तरह-तरह के मजेदार कपड़े पहने हुए देखा होगा. लेकिन वह अभी भी एक चीज को न कहते हैं, वह हरा रंग क्‍यों नहीं पहनते हैं?''


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