कोलकाता: बीजेपी में जाने की अटकलों के बीच टीएमसी सांसद शताब्दी रॉय ने अभिषेक बनर्जी को परिपक्व नेता बताया है. अभिषेक बनर्जी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे हैं. अभिषेक बनर्जी के बारे में शताब्दी रॉय ने कहा कि नई पीढ़ी के ऐसे नेता पार्टी को और मजबूत बनाएंगे.
शताब्दी रॉय फैंस क्लब की होम पेज में ये पोस्ट लिखी गयी है. इसमें बीरभूम के लोगों को संबोधित करते हुए कहा गया है, "मैंने कहा था कि आज एक पोस्ट करूंगी. इस पोस्ट के माध्यम से में अपना बयान पेश कर रही हूं. मुझे लोगों ने पूछा था कि कई कार्यक्रमों में मुझे शामिल होते हुए क्यों नही देखा गया है. हालांकि मैं इलाके के लोगों की मदद करना चाहती हूं. कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, कुछ दर्द भी महसूस कर रही थी. कोशिश की सारी बाधाओं को पार कर सदा लोगों के साथ रहने की."
पोस्ट में आगे लिखा गया है, "यही विषय को फेसबुक के माध्यम से आप तक पहुंचाने की कोशिश की थी. आखिर तक टीएमसी परिवार के प्रिय नेता सांसद अभिषेक बनर्जी के साथ मैंने विस्तार से बातचीत की. मैंने समस्याओं के बारे में उनको बताया. उन्होंने भी सुना और आलोचना हुई है. ये आलोचना काफी पॉजिटिव रही. समस्यओं का समाधान होगा, मेरी उम्मीद है. इसके आगे चुनाव आ रहा है. टीएमसी के नेता और कार्यकर्ताओं के पास मेरी तरह ही कई शिकायतें हो सकती हैं. इस तरह की शिकायतों को पार्टी के अंदर ही खत्म करने की हम कोशिश करेंगे. चुनाव जीतने के बाद इसका विश्लेषण करेंगे. अब हाथ में हाथ लेकर लड़ाई लड़ने का वक्त आ गया है. चलिए हम सब मिलकर ममता बनर्जी की नेतृत्व में तीसरी बार तृणमूल की सरकार बनाने के लिए और बंगाल के हित के लिए काम करें."
इस पोस्ट के माध्यम से शताब्दी रॉय ने लिखा, "मैं जब तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुई थी तब सिंगुर आंदोलन चल रहा था. पार्टी सत्ता में नहीं थी. कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा था. सिर्फ पार्टी और ममता बनर्जी की वजह से में टीएमसी में शामिल हुई थी. आज बंगाल की राजनीति जिस स्थिति पर है वहां मैं अपने कर्तव्यों का पालन ज़रूर करूंगी और पीछे हटने वाली नहीं हूं. मैं अभिषेक बनर्जी को धन्यवाद देना चाहूंगी. जैसे उन्होंने समस्यओं के बारे में सुना, इसपर अपनी सलाह दी, इसपर मैं निश्चित हूं कि वो बहुत ही ज़िम्मेदार और परिपक्क नेता बन गए हैं. नयी पीढ़ी के ऐसे नेता पार्टी को और मजबूत बनाएंगे."
शताब्दी रॉय ने कहा, "तृणमूल कांग्रेस फिरसे जीतने वाली है. मैं पार्टी की सेना के रूप में अपने कर्तव्यों का पालन करती रहूंगी. बीरभूम के लोगों के साथ खड़ी रहूंगी. ठीक रहिए और हमारा साथ दीजिए. तृणमूल परिवार के सभी सदस्यों को फिर से कह रही हूं, अगर किसी को कोई शिकायत है...इतने दिनों तक अगर इसको साथ लेकर ही हम चलते रहे...तो अब चुनाव से पहले विपक्षी पार्टी को फायदा नहीं दिलाकर...चलिए बंगाल के हित के लिए हम पूरे तृणमूल परिवार इकट्ठा होकर लड़ाई में शामिल होते हैं."