राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन के बीच फिल्मी दुनिया से रानजीति में आए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि आखिर अमेरिकी पॉप स्टार रिहाना क्या गलत बोलीं. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि रिहाना ने तो बस इतना ही कहा कि ‘क्यों नहीं हम इसके बारे में बात कर रहे हैं.’ इसके बाद इतनी घबराहट क्यों है कि विदेश मंत्रालय को बयान जारी करना पड़ा है.


अपने स्वार्थ के लिए किया ट्वीट


उन्होंने कहा कि आज किसान आंदोलन को अंदरूनी बताकर लोगों पर हमला किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब विदेश में जाकर डोनाल्ड ट्रंप के लिए प्रचार करते हैं तब वो अंदरूनी मुद्दा नही होता है. उन्होने आगे कहा कि बॉलीवुड कोई दो गुटों में बटा है, लेकिन कुछ चंद लोग अपने स्वार्थ के लिए अपने फायदे के लिए ट्वीट कर रहे है. 'ये बॉलीवुड है अपने आप मैं ही जीता है'. लेकिन अब इस बार जिस तरह से कई कलाकरों ने ट्वीट किया है उनसे साफतौर पर दिखाई दे रहा है कि इन्होंने किसी के दबाव में आकर ट्वीट किया है. उन्होने कहा- डर में आकर लोग ट्वीट कर रहे है.  'सब एक साथ राग दरबारी ग रहे है' और ये सब सरकार के दबाव में आकर ट्वीट कर रहे है.


सचिन, लता पर टिप्पणी से इनकार


शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि मैं लाता जी का बहुत आदर करता हूं और उनके बारे मे मैं कोई टिप्पणी नही करना चाहूंगा. आज में राजनीति से जुड़ा हो उसके पीछे लता जी का बड़ा योगदान है. मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं. लेकिन बाकी सितारे जिन्होंने ट्वीट किया उन्हें सोचना चाहिए था. इज़्ज़त का खयाल रखना चाहिए था.


‘आंदोलन जीवी’ को लेकर पीएम पर हमला


सिन्हा ने कहा कि कल प्रधानमंत्री जी ने सदन में जिस तरह से शब्दों का उपयोग किया, किसानों को 'आंदोलन जीवा' कहा. ये किस तरह से शब्द हमारे किसानों के लिए उपयोग किये गए. मै बहुत आहत हुआ हूं. आप मुद्दा सुलझाने गए थे या उनका अपमान करने गए थे. जहां उनके ज़ख्मों पर मलहम लगाना था उनको आंदोलन जीवी कह दिया.


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