Shatrughan Sinha: 'मुझे केवल मैसेज भेजना और डिलीट करना आता है', टेक्नोलॉजी को लेकर बोले शत्रुघ्न सिन्हा
Shatrughan Sinha On Technology: इस सप्ताह की शुरुआत में पुनर्गठन के बाद पहली बार आईटी पर संसदीय पैनल की बैठक हुई. शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) इस बैठक में नए सदस्य के रूप में शामिल हुए थे.
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Shatrughan Sinha News: अभिनेता से राजनेता बने शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) का टेक्नोलॉजी को लेकर बयान सामने आया है. IT पैनल की संसदीय बैठक में सिन्हा ने कहा कि वह सदस्यों की इंटेलिजेंस से काफी प्रभावित हैं, जबकि आईटी के बारे में उनका ज्ञान केवल टेक्स्ट मैसेज भेजने और उन्हें डिलीट करने तक ही सीमित है.
इस सप्ताह की शुरुआत में पुनर्गठन के बाद पहली बार सूचना प्रौद्योगिकी पर संसदीय पैनल की बैठक हुई. सिन्हा इस बैठक में नए सदस्य के रूप में शामिल हुए थे. उन्होंने कहा कि वह सभी साथियों के दिमाग से काफी पर प्रभावित हैं, लेकिन उन्हें इसका ज्यादा ज्ञान नहीं है. उनकी इस बात पर चुटकी लेते हुए सीपीआई-एम के राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास ने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा को व्हाट्सएप करना सिखाया जाए.
आईटी पैनल के नए सदस्य हैं सिन्हा
बता दें कि, शत्रुघ्न सिन्हा इस पैनल में नए शामिल सदस्य हैं, उन्होंने पश्चिम बंगाल के आसनसोल से टीएमसी के टिकट पर अप्रैल में उपचुनाव जीता था. आसनसोल लोकसभा उपचुनाव में शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रचंड जीत हासिल की थी. बिहार से प. बंगाल पहुंचे शत्रुघ्न सिन्हा बीजेपी की उम्मीदवार को तीन लाख से ज्यादा वोटों से हराया था.
बीजेपी में भी सिन्हा के पास थी कई जिम्मेदारियां
शत्रुघ्न सिन्हा 1991 में बीजेपी से जुड़े थे. पार्टी में उन्हें कई अहम जिम्मेदारियां दी गईं थी. राज्यसभा सदस्य बनाया और केन्द्र में मंत्री रहे. पटना साहिब से टिकट दिया और वे लोकसभा चुनाव भी जीते. इसके बाद 2014 में उन्हें केन्द्र में मंत्री पद नहीं मिला तो उन्होंने बीजेपी का साथ छोड़ दिया और टीएमसी में शामिल हो गए.
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