एमपी: मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले में किसानों की मांग को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. सोमवार को धरना खत्म करने के बाद दोनों इस मुद्दे पर सुबह 11 बजे प्रेस कांफ्रेंस करेंगे और किसानों की मांगों को मीडिया के सामने रखेंगे. रविवार को शत्रुघ्न सिन्हा इस धरना प्रदर्शन में शामिल हुए थे.बता दें कि यशवंत सिन्हा द्वारा मोदी सरकार की नीतियों से नाखुश लोगों के लिए गठित की गई राष्ट्र मंच में शत्रुघ्न सिन्हा शामिल हो चुके हैं.


विरोध प्रदर्शन के दौरान शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, "मै मन की नहीं दिल की बात करता हूं. 'मन की बात' पर पेंटेंट किसी और का है. मैं हिम्मत नहीं कर सकता मन की बात करने का. इन दिनों प्रचार और प्रोपेगंडा का जोर है. राष्ट्र मंच एक विचार मंच है. इस मंच पर हर दलों से आए लोग अपनी बात रखते हैं. हम देशहित की बात करते हैं. देशहित किसी भी पार्टी हित से बड़ी बात है. सरकार की खामियां जब सर से उपर गुजर जाये तो सरकार को चेताने के लिए यह मंच बना है."


वहीं एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने कहा, "पार्टी में घुटन बढ गयी है. सांसदों में डर बढ़ गया है. राष्ट्र मंच अपने मन की बात रखने के लिये बना है. मेरा धरना किसी सरकार के खिलाफ नहीं किसानों के हक में है. राष्ट्र मंच एंटी बीजेपी फ्रंट नहीं है. यदि बीजेपी का विरोध होता तो बीजेपी हमें निकाल देती. ये आंदोलन है."


सिन्हा ने कहा, "अटल-आडवाणी के समय में पार्टी में जितनी बात रखने की आजादी होती थी उतनी नहीं है. संसद सदस्य भी कहते हमारी बात नहीं सुनी जाती. लोग इस वातावरण से भयभीत हैं. कोई भी मोदी और अमित शाह का नाम नहीं ले रहा मगर पार्टी में डर का वातावरण बन गया है. मैं पार्टी का जो अनुशासन मानता हूं, उसके अनुसार पार्टी में रहूंगा. पार्टी उसे गलत मांगती है पार्टी अपना कुछ भी करने को स्वतंत्र है."


बता दें कि 80 साल के यशवंत सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त और विदेश मंत्री रह चुके हैं. यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार की नीतियों और उसकी कार्यशैली की खुलेआम आलोचना की है.