Shehla Rashid Exclusive Interview: जेएनयू छात्रसंघ की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने मुस्लिम, मॉब लिंचिंग, जम्मू कश्मीर और पाकिस्तान से लेकर विभिन्न मुद्दों को लेकर बात की. इस दौरान उन्होंने ये बताया कि सुप्रीम कोर्ट में 370 को लेकर दायर की गई याचिका वापस क्यों ली.
मुस्लिम आबादी को आपकी तरह बोलने के लिए कहना क्या अनुचित है? इस सवाल पर शेहला रशीद ने कहा, ''भारत बड़ा देश है. देश में कई मॉब लिंचिंग की घटनाएं हुई है. मुस्लिमों के खिलाफ कई बयान भी दिए गए हैं. इससे दुख जरूर होता है, लेकिन क्या हमें नकारात्मकता के नैरेटिव पर ध्यान देना चाहिए है. मुझे ऐसा नहीं लगता क्योंकि हमने ऐसा करके कई साल गंवाए हैं.''
पाकिस्तान का किया जिक्र
जम्मू कश्मीर और दिल्ली में आप ( शेहला रशीद) स्टूडेंट एक्टिविस्ट थे तो आपको नहीं लगता कि पाकिस्तान के अलगाववाद के नैरेटिव में थे? इस सवाल पर शेहला रशीद ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि जब 370 हटाया गया तो मैं अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट और पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट नहीं गई, लेकिन मैं भारत के सुप्रीम कोर्ट में गईं थीं. मैंने अपनी याचिका इसलिए वापस ली क्योंकि मुझे लगा कि लोगों को अच्छा परिणाम मिल रहा है.
जम्मू कश्मीर पर क्या बोलीं?
जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा देने के सवाल पर शेहला रशीद ने कहा कि मैं अपने कुछ दोस्तों के साथ बैठी थीं. इनमें से एक नेशनल कॉन्फ्रेंस का समर्थक था तो दूसरा बीजेपी का समर्थक था. दोनों के बीच में विचारात्मक लड़ाई शुरू हो गई. मैंने दोनों से कहा कि जितनी जल्दी तुम दोनों दोस्ती कर लेंगे उनता जल्दी राज्य का दर्जा मिल जाएगा. मेरा कहना है कि जम्मू कश्मीर में बीजेपी और एनसी की सरकार बन जाएगी तो राज्य का दर्जा मिल जाएगा.
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