Bangladesh Violence: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने हाल ही में देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हुई हिंसा को लेकर बयान जारी किया है. शेख हसीना ने कहा है कि ऐसी घटनाए करने वालों को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम कभी नहीं चाहेंगे कि ऐसा कोई घटना हो जिससे हमारे देश के हिंदुओं पर आंच आए.
शेख हसीना ने अपने देश के अल्पसंख्यक समुदाय से कहा, ''आप लोगों ने यहां इस मिट्टी में जन्म लिया है और आप सब यहीं इस मिट्टी के बच्चे हैं. यहां पर अपने को कम संख्या वाली आबादी में ना गिनें. जो घटनाएं हुई हैं, हम उस पर कारवाई कर रहे हैं और बहुत जल्द जिन लोगों ने इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया है, उन्हें हम गिफ्तार भी कर लेंगे. भारत ने हमारे बुरे समय में हमारा साथ दिया था. उनकी बातों को हम हमेशा मानते हैं. हम कभी नहीं चाहेंगे की ऐसी कोई घटना हो जिससे हमारे देश के हिन्दू पर कोई भी आंच आये.''
बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना ने मंगलवार को अपने गृह मंत्री को धर्म का उपयोग करके हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया. उन्होंने लोगों से बिना तथ्य-जांच के सोशल मीडिया पर किसी भी चीज़ पर भरोसा नहीं करने के लिए कहा.
दुर्गा पूजा समारोह के दौरान सोशल मीडिया पर एक कथित ईशनिंदा पोस्ट सामने आने के बाद पिछले बुधवार से बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमले तेज हो गए हैं. रविवार की देर रात, भीड़ ने बांग्लादेश में 66 घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया और हिंदुओं के कम से कम 20 घरों में आग लगा दी.
मंगलवार को साप्ताहिक कैबिनेट बैठक के दौरान, प्रधान मंत्री हसीना ने गृह मंत्री असदुज्जमां खान को धर्म का उपयोग करके हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया. वहीं गृह मंत्री ने इस मामले को निजी बताते हुए कहा की यह बांग्लादेश का अंदरूनी मामला हैं.
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हमलों के खिलाफ भारत में विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व करने वाली इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) ने मंगलवार को कहा कि वह अपनी आवाज को आगे बढ़ाने के लिए 23 अक्टूबर को एक दिवसीय वैश्विक विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रही है. पड़ोसी देश में हिंदुओं को निशाना बनाने वाली हिंसा के खिलाफ.
चूंकि पिछले हफ्ते दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान बांग्लादेश में पहली बार हिंदू विरोधी हिंसा हुई थी, इसलिए इस्कॉन ने कोलकाता सहित भारत में विरोध प्रदर्शन किया है, और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप की मांग करने जैसी पहल की है. हमलों को. इसके सदस्यों ने कोलकाता में बांग्लादेश उप उच्चायोग के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया.