नई दिल्ली: करीब 15 सालों तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित का आज दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 81 साल की थीं. दीक्षित पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रही थीं. उन्हें सीने में जकड़न की शिकायत के बाद शनिवार की सुबह फोर्टिस-एस्कॉर्ट्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां दोपहर 3 बजकर 55 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली.


शीला दीक्षित का पार्थिव शरीर फिलहाल निजामुद्दीन स्थित उनके घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है. जहां आज लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई दिग्गज नेता पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की.




रविवार को होगा अंतिम संस्कार
दोपहर 2:30 बजे निगम बोध घाट पर शीला दीक्षित का निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा. इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और दूसरे दलों के नेताओं के भी मौजूद होने की उम्मीद है. इससे पहले उनके पार्थिव शरीर को 24 अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय में रखा जाएगा. जहां आम लोग अंतिम दर्शन कर सकते हैं.


दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर राष्ट्रीय राजधानी में दो दिन के शोक की घोषणा की है. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित जी के सम्मान में दो दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जायेगा.’’


दीक्षित के निधन के मद्देनजर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री ने शनिवार को जम्मू कश्मीर में वैष्णो देवी मंदिर की अपनी प्रस्तावित यात्रा को रद्द कर दिया.



राजनेताओं ने जताया शोक
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और देश के अन्य दिग्गज नेताओं ने शीला दीक्षित के निधन पर शोक प्रकट किया.


राष्ट्रपति ने कहा, "दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ राजनीतिक शख्सियत श्रीमती शीला दीक्षित के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ. मुख्यमंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल के दौरान राजधानी में प्रभावी बदलाव हुआ जिसके लिये उन्हें याद किया जाएगा."


प्रधानमंत्री मोदी ने फोटो के साथ किए गए ट्वीट में कहा, “शीला दीक्षित जी के निधन से बेहद दुखी हूं. एक ऊर्जावान और मिलनसार व्यक्तित्व की धनी, उन्होंने दिल्ली के विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया.” कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दीक्षित के निधन पर दुख जताया.





राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं शीला दीक्षित जी के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुखी हूं. वह कांग्रेस पार्टी की प्रिय बेटी थीं जिनके साथ मेरा नजदीकी रिश्ता रहा.' उन्होंने कहा, ''दुख की इस घड़ी में उनके परिवार और दिल्ली के निवासियों के प्रति मेरी संवेदनाएं है. उन्होंने दिल्ली के निवासियों की तीन बार मुख्यमंत्री रहते हुए निःस्वार्थ भाव से सेवा की.’’


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने दीक्षित के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि उन्हें उनके अनुकरणीय शासन और दिल्ली के विकास में उल्लेखनीय योगदान के लिए याद किया जाएगा.


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर शोक जताया. केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘अभी-अभी श्रीमती शीला दीक्षित जी के निधन की अत्यंत दुखद खबर पता चली. यह दिल्ली के लिए भारी क्षति है.... ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे.’’


शीला दीक्षित 1998 से 2013 के बीच 15 वर्षो तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं. राष्ट्रीय राजधानी में पार्टी को फिर से खड़ा करने के मकसद से उन्हें कुछ महीने पहले ही दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था. शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था. उन्होंने दिल्ली के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से पढ़ाई की और फिर दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कॉलेज से उच्च शिक्षा हासिल की.



वह पहली बार साल 1984 में उत्तर प्रदेश के कन्नौज से सांसद चुनी गईं. बाद में वह दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हुईं. शीला के बेटे संदीप दीक्षित भी राजनीति में हैं. वह पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से 2004 से 2014 बीच दो बार सांसद रहे हैं. शीला दीक्षित ने हाल में उत्तर पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन वह जीत नहीं पायी थीं. दिल्ली विधानसभा में उन्होंने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था.