Waqf Amendment Bill: वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर देशभर में राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है. इस बीच शिया धर्मगुरु मौलाना सैयद कल्बे जवाद वक्फ बोर्ड बिल पर सरकार से नाखुश नजर आए. उनका कहना है कि जब सरकार वक्फ अधिनियम बना रही थी, उन्हें मुसलमानों से मिलना चाहिए था. अब क्या हम सरकार के पास भीख का कटोरा लेकर पहुंचे. उन्होंने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि अगर आपके मकान में कोई कब्जा कर ले तो आप कहेंगे जो चोर था, उससे पहले बात करनी चाहिए. पहले बताना चाहिए कि चोर से बात करें.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में शिया धर्मगुरु मौलाना सैयद कल्बे जवाद ने कहा, "वक्फ अधिनियम बनाते समय सरकार ने हमसे मिलने की कोशिश क्यों नहीं की. उन्हें मौलाना और उलेमा से बात करनी चाहिए थी. उन्होंने हमसे बात क्यों नहीं की? हमसे सलाह किए बिना उन्होंने इसे पेश कर दिया." उन्होंने आगे कि अब सरकार कह रही है कि हम क्यों नहीं मिल रहे हैं.
सरकार को जागरूकता फैलाने की जरूरत- शिया धर्मगुरू
शिया धर्मगुरु मौलाना सैयद कल्बे जवाद ने आगे कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर केंद्र सरकार को जागरूकता फैलाने की जरूरत है. क्योंकि लोगों को इसके नुकसान के बारे में कुछ भी पता ही नहीं है. इसके लागू होने से 95 वक्फ खुद पर खुद खत्म हो जाएंगे और जो 5 रहेगें वो जिले के डीएम के अधीन रहेंगे. उन्होंने आगे कहा कि अगर वे ऐसा करते हैं तो उन्हें क्या नुकसान उठाना पड़ेगा.
'मुसलमानों को नुकसान पहुंचाने का है बहुत बड़ा षड़यंत्र'
मौलाना सैयद कल्बे जवाद ने कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 मुसलमानों को नुकसान पहुंचाने का बहुत बड़ा षड़यंत्र है. हालांकि, हम इसके लिए सरकार से बात करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि इस मुद्दे के लिए हम खासतौर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से बात करेंगे. इस सिलसिले में हमारी मदद करें और इस बिल को संसद में पास न होने दें. क्योंकि, इससे पूरे वक्फ की संपत्ति खत्म हो जाएगी.