नई दिल्ली: अयोध्या विवाद को लेकर शिया वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी दाखिल की है जिसमें विवादों में रही पूरी ज़मीन हिंदुओं को सौंपना का प्रस्ताव रखा है. अपने आवदेन में शिया वक्फ बोर्ड ने दावा किया है कि तोड़ी गई इमारत शिया मस्ज़िद थी और उसपर सुन्नी वक्फ बोर्ड का दावा गलत है.


शिया वक्फ बोर्ड का कहना है कि वो देश के अमन चैन को ज़्यादा अहम मानते हैं और इसलिए अयोध्या में विवादों में रही पूरी ज़मीन हिंदुओं को सौंपना चाहते हैं.


पूरी जमीन सौंपने के साथ ही शिया वक्फ बोर्ड ने ये भी कहा कि वो इसके बदले अयोध्या में किसी मस्ज़िद का निर्माण भी नहीं करना चाहते. शिया वक्फ बोर्ड ने अपने आवेदन में कहा, "हमने यूपी सरकार को लखनऊ के हुसैनाबाद में 1 एकड़ ज़मीन के लिए आवेदन दिया है. वहां की मस्जिद को बाबर या मीर बाकी जैसे विवादित लोगों का नाम नहीं दिया जाएगा."


इस फॉर्मूले पर महंत नृत्य गोपाल दास, महंत नरेंद्र गिरी रामविलास वेदांती, सुरेश दास, धर्म दास जैसे सभी हिन्दू पक्षकार सहमत हैं. समझौता पत्र की कॉपी भी कोर्ट में जमा करवाई. इसमें इन सभी हिन्दू पक्षकारों के हस्ताक्षर हैं.