शिखर सम्मेलन 2019: पुलवामा हमले के बाद अब भारत पाकिस्तान पर क्या कार्रवाई करेगा? यह सवाल हर एक आम जन के मन में है. इस सवाल पर केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि सेना को खुली छूट दी गई है. बहुत कुछ किया जाएगा. प्रभावी और प्रामाणिक जवाब दिया जाएगा. टीवी डिबेट में कार्रवाई कैसे होगी? नहीं बताया जा सकता है.
उन्होंने एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम शिखर सम्मेलन में कहा कि सऊदी अरब और पाकिस्तान काफी करीब है उसके बाद सऊदी अरब ने पुलवामा हमले का जिक्र किया. पाकिस्तान को अलग-थलग कर चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र ने भी इसकी निंदा की है. भारत सरकार झुकी नहीं है, उसके आकाओं के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''पाकिस्तान 1965 में पिटा, 1971 में टूटा और 1999 में फिर पिटा. पाकिस्तान जानता है कि वह सीधी लड़ाई में नहीं जीत सकता है. हाफिज सईद और मसूद अजहर को आईएसआई ने जन्म दिया है. अब भारत इसका निदान करेगा.''
उन्होंने जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति पर कहा, ''एक बात ध्यान में रखना होगा कि जब सेना में भर्ती होती है तो बारामूला (जम्मू-कश्मीर) में हजारों जवान सेना में शामिल होने के लिए आते हैं. यह बड़ी बात है कि तिरंगा लेकर युवा भारत के लिए नारे लगाते हैं. अलगाववादियों की फंडिंग खत्म हो चुकी है और सख्ती हुई है.''
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कश्मीर में बाढ़ आई तो केंद्र सरकार ने 80 हजार करोड़ की मदद की. कश्मीर के विकास के लिए दो-दो एम्स दिये गए. कश्मीर में काफी काम हुआ है. कश्मीर के आम आवाम समझते हैं कि हमारा भविष्य भारत के साथ है.
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उन्होंने पूछा कि कश्मीर की समस्या हमारी देन है क्या? सरदार पटेल ने 556 रियासत में 555 को हैंडल किया तो वह भारत के हिस्से में आ गया. एक कश्मीर को नेहरू ने हैंडल किया तो वहां समस्या आ गई
रविशंकर प्रसाद ने महबूबा मुफ्ती से गठबंधन पर कहा कि पहाड़ों पर पीडीपी जीती और जम्मू में बीजेपी की जीत हुई. हमने समय की जरूरत को देखते हुए गठबंधन किया. मुफ्ती मोहम्मद सईद के साथ सरकार बनाई और सरकार अच्छी चली. जब महबूबा मुफ्ती मुख्यमंत्री बनी तो सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाए. हमने गठबंधन तोड़ लिया.
'अनुच्छेद 35 ए'
केंद्रीय मंत्री ने अनुच्छेद 35 ए और अनुच्छेद 370 पर कहा कि मसला सुप्रीम कोर्ट में है. कानून मंत्री होने के नाते कोई टिप्पणी नहीं करना चाहेंगे. जम्मू-कश्मीर भारत का अंग है और इसपर कोई समझौता नहीं होगा. कश्मीर और कश्मीरियों को कोई अलग नहीं कर सकता है. सरकार का रुख साफ है, टाइमिंग बहुत महत्वपूर्ण है. राम मंदिर पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मैंने कानून मंत्री की सीमा से बाहर जाकर कहा कि इसकी जल्द सुनवाई होनी चाहिए.
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पाकिस्तान के साथ क्रिकेट के सवाल पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश का माहौल ऐसा है कि मैच न हो, लेकिन भारत सरकार और बीसीसीआई को इसपर फैसला करना है. BCCI ने ICC से कहा है कि जब पाकिस्तान आतंक का गढ़ है तो इसपर कोई और विचार क्यों नहीं कर सकते हैं. उसे क्यों नहीं हटाया जा सकता है.