नई दिल्लीः 2019 के चुनावी नतीजों के बाद नई सरकार का गठन हो चुका है और आज नवनिर्वाचित सांसदों ने शपथ भी ले ली है. इसके बाद एबीपी न्यूज शिखर सम्मेलन लेकर आया है और इसमें मोदी सरकार 2 के तमाम मंत्रियों से उनके योजनाओं और नीतियों को लेकर सवाल पूछे जाएंगे. इसके अलावा विपक्ष के मंत्री भी इसमें शामिल होंगे और सरकार के मंत्रियों से उनके कामकाज और योजनाओं को लेकर सवाल पूछेंगे.


सबसे पहले बीजेपी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी शिखर सम्मेलन में आए और उन्होंने अपने अपने तर्कों से एक-दूसरे के कामकाज पर ससवाल उठाए.


एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी
एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मोदी सरकार ने सिर्फ हिंदुओं के वोटबैंक पर ध्यान दिया है और देश में ऐसा माहौल बना दिया गया है जिसमें सिर्फ हिंदू वोटबैंक हैं. लोकसभा में सबसे ज्यादा ऊंची जाति के लोग जीतकर आए हैं. कैबिनेट में भी सबसे ज्यादा ऊंची जाति के लोग हैं. अगर मैं कहता हूं कि 'हम यहां किराएदार नहीं हैं' तो सिर्फ संविधान की बात दोहरा रहे हैं. संविधान सबको समान अधिकार देता है. 70 सालों में मुसलमानों को सबने धोखा दिया. बीजेपी सबका साथ-सबका विश्वास की बात करती है तो एक मुसलमान को जिता देते. आप महिलाओं की बात करते हैं लेकिन जब कोर्ट ने सबरीमाला को लेकर फैसला दिया आप उसके खिलाफ थे. जब जल्लीकट्टू पर फैसला आया आप उसके खिलाफ थे.


मुसलमानों के इलाकों में सबसे पहले पुलिस थाना खुलता है और फिर शराबखाना खुलता है. आपकी सरकार को किसी ने स्कूल खोलने से रोका है क्या? देश में मुस्लिम छात्रों के स्कूल के ड्रॉपआउट रेट यानी स्कूल छोड़ने की वजह उनकी आर्थिक स्थिति यानी पैसे की कमी है. सरकार को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि स्कूल ज्यादा से ज्यादा खोले जाएं. नेशनल एजूकेशन पॉलिसी की जो रिपोर्ट आई है उसमें कहा गया है कि स्कूल खोले जाएं. 70 फीसदी आबादी वाले इलाकों में स्कूल खोले जाएं. मुसलमान मोदी से डरने वाले नहीं है.


ओवैसी ने कहा कि मैं जिन्ना की सोच का समर्थन समर्थन नहीं करता. भारत के मुसलमानों ने जिन्ना को ठुकरा दिया है. जिन्ना की कब्र पर तारीफ करने बीजेपी के ही आडवाणी गए थे मैं नहीं गया. बीजेपी अभी भी बंटवारे के दौर से बाहर नहीं निकल पा रही है.


बीजेपी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी
बीजेपी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि अब खौफ पैदा करने वाली राजनीति खत्म हो गई है. जाति, वोटबैंक का समीकरण इस बार टूट गया. बिहार में एमवाई समीकरण पूरी तरह टूट गया. पश्चिमी यूपी में चौधरियों की चौधराहट खत्म हो गई. मोदी सरकार ने कोई भेदभाव नहीं किया. साध्वी प्रज्ञा पर अभी कोई आतंकवाद का आरोप है क्या ? कांग्रेस आठ साल लगी रही लेकिन चार्जशीट फाइल नहीं कर पाए.


सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि क्या देश में लखनऊ, अहमदाबाद, हैदराबाद में स्कूल नहीं हैं, मुसलमानों को पढ़ने से किसी ने नहीं रोका है लेकिन मदरसे में पढ़ने वालों की सोच ये है कि वो याकूब मेनन के जनाजे में जाते हैं और देश के राष्ट्रपति कलाम के जनाजे में कितने लोग गए ये सब जानते हैं.


सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पढ़ने-लिखने वालों मुसलमानों को आप लोग नकार देते हैं और इसका उदाहरण तस्लीमा नसरीन, सलमान रुश्दी हैं. जिन्ना को अपना आदर्श मानने वाले लोगों से ये पूछा जाना चाहिए कि जिस जिन्ना को भारत के मुसलमानों को ठुकराया था उसको आदर्श मानने का क्या कारण है. मुसलमानों ने मौलाना आजाद को अपना नेता नहीं माना बल्कि जिन्ना को अपना नेता माना क्योंकि वो कट्टरवादी सोच का समर्थन करता था.


शिखर सम्मेलन LIVE Updates: सुधांशु त्रिवेदी बोले- खौफ पैदा करने वाली राजनीति खत्म, ओवैसी बोले- कैंपेन में सबका विश्वास कहां था?