Shikhar Sammelan UP: असदुद्दीन ओवैसी बोले- 'यूपी में 100 सीट पर लड़ने की है तैयारी, मुसलमानों को करेंगे सशक्त'
Shikhar Sammelan UP: ओवैसी ने कहा- हमारी ओमप्रकाश राजभर से बातचीत जारी है और चंद्रशेखर आजाद से बात करेंगे. हमने यूपी में 100 सीटों पर लड़ने की तैयारी कर ली है.
Shikhar Sammelan UP: देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेस में अगले साल विधानसभा के चुनाव हैं. इस चुनाव में राजनीतिक दलों की तैयारी जानने के लिए एबीपी न्यूज़ ने शिखर सम्मेलन का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बताया कि हमारी पार्टी इस बार 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. उन्होंने कहा कि हमारा मकसद राज्य के मुसलमानों को सशक्त बनाने का है.
मुसलमानों को समझना होगा कि ये मु्ददे का चुनाव है- ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘’मैं यूपी में बीजेपी को हराना चाहता हूं. राज्य में मुसलमानों को खिलाफ जो हो रहा है वो बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. यूपी में मुसलमानों पर अत्याचार हो रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘’यूपी और पूरे भारत के मुसलमानों को समझना होगा कि ये मु्ददे का चुनाव है.’’
पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा, ‘’सीएए के दौरान 22 मुसलमानों की मौत हुई. लेकिन ये अखिलेश भी नहीं बताएंगे कि कितने लोग मरे.’’ उन्होंने कहा, ‘’बीजेपी को रोकना मुसलमानों का काम है. यादव अखिलेश को वोट देते हैं और हिंदू बीजेपी को. अखिलेश मुसलमानों की बात करने से डरते हैं.’’
हमने यूपी में 100 सीटों पर लड़ने की तैयारी कर ली है- ओवैसी
गठबंधन के सवाल पर ओवैसी ने कहा, ‘’हमारी ओमप्रकाश राजभर से बातचीत जारी है और चंद्रशेखर आजाद से बात करेंगे. हमने यूपी में 100 सीटों पर लड़ने की तैयारी कर ली है. हमें बीजेपी का बी टीम बताया जाता है.’’ उन्होंने कहा, ‘’मेरी लड़ाई मुस्मिम सशक्तिकरण और राजनीति सशक्तिकरण की है.’’
ओवैसी ने कहा, ‘’यूपी में सभी दल मुस्लिमों की बात करने से डरते हैं. मायावती और अखिलेश मिलकर चुनाव लड़े थे, लेकिन उनके ही वोटर भाग गए. इनका वोटबैंक कभी मुस्लिम नहीं था.’’ उन्होंने कहा, ‘’भारत के संविधान में बराबरी की बात है. बीजेपी जातीय जणगणना क्यों नहीं कराती? जातीय आंकड़ा होना जरूरी है.’’
ओवैसी ने कहा, ‘’हम अपने समाज की बात करेंगे तो खतरा है? जिस दिन कमजोर को इंसाफ मिलेगा, उस दिन देश सशक्त हो जाएगा. राम मंदिर मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया. सुप्रीम कोर्ट को धोखा दिया गया. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर को गिराकर मस्जिद बनाई, ये निर्णय आस्था पर दिया गया था.’’