शिलॉंग: मेघालय की राजधानी शिलॉंग में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है. जिसके बाद सेना ने फ्लैग मार्च किया है. कई इलाकों में कर्फ्यू भी लगा दिया गया है. यह कदम कल रात सीआरपीएफ के शिविर पर प्रदर्शनकारियों के हमला करने के बाद उठाया गया है. राजधानी में पांचवे दिन स्थानीय आदिवासियों और पंजाबियों के बीच झड़प के बाद सामान्य जनजीवन ठप है.

सीआरपीएफ की 15 से ज्यादा कंपनियां तैनात 

हिंसा को देखते गुए शिलॉंग में सीआरपीएफ की 15 से ज्यादा कंपनियां तैनात की गई हैं. हर कंपनी में 100 जवान हैं. केंद्र ने शहर में शांति बहाल करने के लिये अर्द्धसैनिक बलों की 10 अतिरिक्त कंपनियां भी आज भेजीं.  आठ घंटे के लिये कल कर्फ्यू में ढील दिये जाने के बाद कल रात नए सिरे से संघर्ष हुआ. इसके बाद पुलिस को भीड़ को शांत करने के लिये आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा. अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने कल रात मवलाई में सीआरपीएफ शिविर पर पथराव किया. यह शिविर जयाव लुमसिंथ्यू इलाके के ठीक नीचे है.

संगमा ने की समिति के गठन की घोषणा

मुख्यमंत्री कोनराड एस संगमा ने हिंसा के संबंध में शिलॉंग में एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की और एक समिति के गठन की घोषणा की. यह समिति बड़ा बाजार के निकट देम मीटर से स्वीपर कॉलोनी को दूसरी जगह ले जाने के लंबे समय से लंबित मुद्दे का स्थायी समाधान ढूंढेगी. वहां गुरुवार को संघर्ष हुआ था.

संगमा ने पंजाब सरकार द्वारा भेजे गए चार सदस्यीय दल को भी स्थिति से अवगत कराया. पंजाब के जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया. उन्होंने कहा कि राज्य में सिख समुदाय के लोग सुरक्षित हैं. वे पंजाबी समुदाय के प्रतिनिधियों से कल मिलेंगे.

राजधानी में फिर लगा कर्फ्यू 

उन्होंने कहा कि सेना को एक जून को बुलाया गया था. सिंह ने कहा कि तकरीबन 300 विस्थापित लोगों को बचाया गया और वे अगले दिन अपने घर लौट आए. विस्थापितों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे. जिला अधिकारी ने हालात पर नियंत्रण करने और शहर के अन्य हिस्से में प्रदर्शन फैलने से रोकने के लिये प्रदेश की समूची राजधानी में कर्फ्यू लगा दिया है.

कैसे शुरू हुआ विवाद?

बता दें कि विवाद तब शुरू हुआ था जब शहर के पंजाबी लाइन इलाके में लोगों के दो समूहों के बीच संघर्ष हुआ. यह घटना तब हुई थी जब लोगों के समूह ने एक बस कर्मचारी की कथित तौर पर पिटाई की थी. हिंसा में पुलिसकर्मियों समेत 10 से अधिक लोग घायल हुए. इस हमले के सिलसिले में अब तक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.