हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में जोरदार प्रदर्शन किया गया है. सवर्ण आयोग की मांग को लेकर लोगों ने चक्का जाम कर दिया. देवभूमि सवर्ण समाज संगठन के कार्यकर्ताओं ने शिमला में टूटीकंडी क्रॉसिंग पर जोरदार प्रदर्शन किया. सुबह तारादेवी में क्षत्रिय संगठन ने पुलिस पर पत्थर बरसाए जिससे पुलिस की गाड़ियों को नुकसान पहुंचा. पत्थरबाजी में कई पुलिस कर्मी भी घायल हो गए. संगठन ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बात करने नहीं आए तो ये प्रदर्शन और तेज किया जाएगा. प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर वादाखिलाफी का भी आरोप लगाया है और कहा कि जल्द से जल्द उनकी मांग पूरी की जाए.


सवर्ण आयोग की मांग को लेकर चक्का जाम


देवभूमि सवर्ण समाज संगठन के कार्यकर्ताओं की ओर से प्रदर्शन के कारण राजधानी में यातायात पूरी तरह ठप्प हो गया. बालूगंज से एमएलए क्रासिंग की तरफ वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है. शिमला-चंडीगढ़ और शिमला-मंडी हाईवे पर दो घंटे से यातायात पूरी तरह बंद है. मुख्यमंत्री आवास ओक ओवर के बाहर भी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. संगठन के अध्यक्ष रूमित ठाकुर ने चेतावनी देते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं की गाड़ियों को टूटीकंडी क्रॉसिंग तक आने से न रोका जाए. जोर-जबरदस्ती की तो हिंसक होने को मजबूर हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी कांग्रेस के लोग सवर्ण समाज को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. 


मुख्यमंत्री पर वादाखिलाफी का आरोप


हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने धर्मशाला में सत्र के दौरान 3 महीने के अंदर एक्ट बनाने की बात कही थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि स्वर्ण आयोग के गठन की अधिसूचना भी आज तक नहीं आई. उनके प्रदेश भर के हजारों कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा जगह जगह रोका जा रहा है. संगठन के लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है. मुख्यमंत्री को स्वर्ण समाज से आकर खुद ही बात करनी होगी. अगर ऐसा नही होता है तो स्वर्ण आंदोलन उग्र रूप ले लेगा.


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