Maharashtra News: महाराष्ट्र के शिवसेना में अपने वर्चस्व की लड़ाई खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. शिवसेना के ठाकरे गुट और शिंदे ग्रुप दशहरा के दिन ही बुधवार को मुंबई में बड़ी रैली करने वाले हैं. इन दो बड़ी राजनीतिक रैलियों से पहले महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शहर में कानून-व्यवस्था की स्थिति शांतिपूर्ण रहेगी. फडणवीस ने यह भी कहा है कि उन्हें यह विश्वास है कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते शहर में कोई भी नुकसान नहीं होगा.


बता दें कि वरली इलाके से कई शिवसेना कार्यकर्ताओं ने एकनाथ शिंदे का दामन थाम लिया है और अब दोनों ही तरफ से भीड़ जमा करने की कोशिश में लोग लगे हुए हैं. ऐसे में मुंबई में किसी भी तरह की लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ने की स्थिति पैदा ना हो इसके लिए मुंबई पुलिस ने भी अपनी कमर कस ली है.

कौन कहां करेगा रैली
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे दादर के शिवाजी पार्क मैदान में पारंपरिक दशहरा रैली करेंगे. वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ठीक उसी समय बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में स्थित (MMRDA ) ग्राउंड में अपनी पहली और बड़ी रैली करेंगे. जिस तरह से ये दोनो गुट के नेता तैयारियां कर रहे हैं,उससे तो ये साफ है कि ये दोनों रैलियां पार्टी नेताओं के लिए प्रतिष्ठा का मुद्दा बन गई हैं. दोनों गुट इन रैलियों के दौरान ये अपनी ताकत का भी प्रदर्शन करने वाले हैं. गौरतलब है कि इन रैलियों में शामिल होने के लिए पूरे महाराष्ट्र से दोनों गुटों को समर्थन करने वाले कार्यकर्ता मुंबई आने लगे हैं, जिनके रहने और भोजन का बंदोबस्त भी किया जा रहा है.

महाराष्ट्र के गृहमंत्री ने क्या कहा
डिप्टी सीएम फडणवीस ने कहा है कि हमने यह सुनिश्चित किया है कि राज्य की कानून-व्यवस्था में किसी भी तरह से कोई बाधा न बने.इसलिए मुंबई पुलिस को पूरी तरह से अलर्ट कर दिया गया  है और मुझे विश्वास है कि दोनो गुट के कार्यकर्ता भी कानून-व्यवस्था बनाए रखेंगे.फडणवीस ने कहा कि रैलियों में जिस तरह से भीड़ जुटने की बातें हो रही हैं उससे उन्हें थोड़ी चिंता तो है. कहीं कोई असामाजिक तत्व इन भीड़ में शामिल होकर महाराष्ट्र या मुंबई में किसी भी तरह से कोई लॉ एंड ऑर्डर बिगाड़ने की कोशिश ना करे.

किसी भी रैली में शामिल नहीं होंगे फडणवीस
इसके अलावा राजकीय नेता अपने भाषण में कथित गालियों का भी प्रयोग करने वाले हैं, इसपर फडणवीस ने कहा कि कानून अपना काम करेगा और राजनीति में आलोचना करना, चुटकी लेना या ताना मारना बहुत आम बात है, लेकिन इसके लिए इस्तेमाल की जाने वाली भाषा सही होनी चाहिए. हालांकि जब उनसे पूछा गया कि क्या वो किसी रैली में शामिल होने वाले हैं तो उसपर फड़नवीस ने कहा की उस दिन वह नागपुर में धम्म चक्र संवर्धन के एक कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं.


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