Punjab Election News: पंजाब के मोगा से अकाली दल ने चुनावी अभियान की शुरुआत की है. मोगा अकाली दल के लिए अहम मायने रखता है. मोगा रैली में अकाली दल ने ऐलान करते हुए कहा है कि अकाली दल और बीएसपी की सरकार बनने पर पंजाब में 2004 के बाद भर्ती कर्मचारियों को भी पेंशन मिलेगी. अकाली दल ने ये भी कहा कि गुरुद्वारों और अन्य धार्मिक स्थलों की बिजली फ्री होगी. इसके साथ ही जनता को भरोसा दिलाते हुए पंजाब में शराब माफिया के खात्मे के लिए भी पार्टी ने बड़ा वादा किया. पार्टी की तरफ से कहा गया कि वो सरकार बनने पर शराब निगम बनाएंगे.


सुखबीर बादल ने कहा कि इस विधानसभा चुनाव में 4 मोर्चे हैं- भाजपा, कांग्रेस, आप और शिअद-बसपा. शिअद और बसपा अपने हैं, बसपा का जन्म पंजाब में हुआ था. शिअद और बसपा आपके संघर्षों को समझते हैं और आपके लिए लड़ते हैं. पंजाब में रेत माफिया के खात्मे का वादा भी अकाली दल ने किया. अकाली दल ने कहा कि वो रेत माफिया को खत्म करने के लिए माइनिंग कॉर्पोरेशन बनाएंगे. इसके साथ ही पे कमीशन को भी लागू किया जाएगा. SAD ने कहा कि इस बार अकाली दल तीन-तीन सरकारों से लड़ रही है. एक केंद्र की सरकार है दूसरी आम आदमी पार्टी की दिल्ली की सरकार है और तीसरी पंजाब की कांग्रेस सरकार.





 


ये भी पढ़ें- UP Assembly Election 2022: अखिलेश यादव के बयान पर भड़के अनुराग ठाकुर, कहा- उन्हें बोलने से पहले दो बार सोचना चाहिए


अकाली दल के लिए क्यों है मोगा अहम


इस रैली के साथ अकाली-बसपा गठबंधन पंजाब विधानसभा चुनाव प्रचार को धार देने की कोशिश कर रही है. अकाली दल मोगा को खुद के लिए लकी मानती है, यही वजह कि चुनाव प्रचार के आगाज के लिए मोगा को चुना गया. 75वीं वर्षगांठ को अकाली दल ने मोगा सम्मेलन नाम दिया था. शिरोमणि अकाली दल ने एक ट्वीट में कहा कि ये रैली पंथ, पंजाब, पंजाबियों और पंजाबियत के गौरव और सम्मान को बनाए रखने के लिए 'निर्स्वार्थ सेवा', 'बलिदान' और 'संघर्ष' के 100 साल पूरे होने का जश्न. ये हमारे मूल मूल्य हैं और हम पंजाब की शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए उसी रास्ते पर चलने के लिए प्रतिबद्ध हैं. साल 2006 और 2011 में शिरोमणि अकाली दल ने अपने चुनावी अभियान की शुरुआत मोगा से की.  2006 और 2012 में पार्टी को सत्ता भी मिली.


ये भी पढ़ें- Rahul Gandhi का Modi सरकार पर हमला, बोले- प्रधानमंत्री सदन में नहीं आते, ये लोकतंत्र चलाने का कोई तरीका नहीं