अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने राकेश टिकैत से की मुलाकात, कहा- हमारी पार्टी किसानों के साथ
सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि हमारी पार्टी और सारे किसान राकेश टिकैत के साथ हैं. उन्होंने जिस तरह से किसानों की लड़ाई लड़ी है, इसके लिए हम उनका धन्यवाद करते हैं. प्रधानमंत्री को किसानों की बात सुननी चाहिए.
नई दिल्ली: शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत से गाजीपुर बॉर्डर पर मुलाकात की. बादल ने कहा कि वे यहां राकेश टिकैत को बधाई और समर्थन देने आए हैं. हमारी पार्टी और सारे किसान उनके साथ हैं. दोनों के बीत करीब दस मिनट की मुलाकात हुई.
सुखबीर बादल ने कहा, "मैं राकेश टिकैत जी को बधाई देने आया हूं जिन्होंने ये किसानों की लड़ाई लड़ी है. सारे किसान उनके आभारी हैं, जैसे वे लड़ाई लड़ रहे हैं. मेरे पिता प्रकाश सिंह बादल और इनके पिता चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ने साथ में किसानों की लड़ाई लड़ी. अकाली दल का प्रधान होने के नाते मैं उन्हें बधाई देने आया. हमारी पार्टी और सारे किसान उनके साथ हैं. पीएम मोदी को किसानों की बात सुननी चाहिए. आज ये लड़ाई देश के किसानों की लड़ाई है."
अपने ट्वीट में सुखबीर बादल ने कहा, "किसान नेता राकेश टिकैत को श्री दरबार साहिब, श्री अमृतसर साहिब से 'सिरोपा' और 'अमृत' दिया. साथ ही अकाली दल के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया. टिकैत अपने पिता महेन्द्र टिकैत के नक्शेकदम पर चलकर किसान समुदाय को गौरवान्वित किया है."
Presented ‘siropa’ & ‘amrit’ from Sri Darbar Sahib, Sri Amritsar Sahib, to Kisan leader #RakeshTikait ji & assured @Akali_Dal_'s complete support. Tikait ji has done farming community proud by following in the footsteps of his father & towering farm leader Ch Mahender Tikait Ji. pic.twitter.com/AJz7HL6f4U
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) January 31, 2021
बता दें कृषि कानूनों के विरोध में पिछले साल बादल की पत्नी हरसिमरत कौर ने एनडीए सरकार से इस्तीफा दे दिया था. हरसिमरत कौर अकाली दल की एक मात्र नेता थीं जो एनडीए सरकार का हिस्सा थीं.
उधर राकेश टिकैत ने कहा, "जब तक सरकार बात नहीं करेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा. विपक्ष यहां पर वोट तलाशने नहीं आए. विपक्ष यहां हमदर्दी के लिए आता है. हम कोई चुनाव नहीं लड़ रहे हैं."
राकेश टिकैत के आंसुओं का असर बरकरार है और तमाम पुराने और नए अवरोधकों के बावजूद दिल्ली-उत्तर प्रदेश की सीमा गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के तंबू लगातार बढ़ रहे हैं. इस बीच हरियाणा के जींद जिले में खटकड़ टोल पर किसानों के धरने में आगामी तीन फरवरी को किसान नेता राकेश टिकैत भी शामिल होंगे. भाकियू (चढूनी) जिलाध्यक्ष आजाद पालवां ने बताया कि टिकैत तीन फरवरी की सुबह दस बजे खटकड़ टोल पर किसानों के धरने में शामिल होने के लिए आयेंगे. पालवां ने आरोप लगाया कि बीजेपी किसान आंदोलन को कमजोर करने की साजिश कर रही है. उन्होंने दावा किया कि किसान आंदोलन अब पहले से ज्यादा मजबूत हो रहा है और अब पूरे देश का इसे समर्थन मिल रहा है.