Shiromani Akali Dal News: लोकसभा चुनाव में इस बार शिरोमणि अकाली दल को करारी हार का सामना करना पड़ा है, जीके बाद अब पार्टी की अंदरूनी कलह सामने आ गई है. पार्टी में ही अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ बगावत शुरू हो गई है.
सुखबीर सिंह बादल ने लोकसभा चुनाव में हार के कारणों का पता लगाने और पार्टी को दोबारा पैरों पर खड़ा करने के लिए जिला प्रधानों, पूर्व विधायकों और हलका प्रभारियों के साथ बैठक की थी. जहां पर उनसे ही इस्तीफे की मांग कर दी गई.
'सुखबीर बादल से अध्यक्ष पद छोड़ने को कहा गया'
इसे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, पूर्व मंत्री प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बीबी जागीर कौर, सुरजीत सिंह रखड़ा, सिकंदर सिंह मलूका, सुच्चा सिंह छोटेपुर, परमिंदर सिंह ढींडसा, सरवन सिंह फिल्लौर, भाई मंजीत सिंह, पूर्व विधायक गुरप्रताप सिंह वडाला ने अलग से मीटिंग की थी. इन नेताओं ने पुनर्जीवित करने के लिए सुखबीर सिंह बादल से ही सुखबीर सिंह बादल से अध्यक्ष पद छोड़ने की मांग की है.
दलजीत सिंह चीमा ने दिया बड़ा बयान
शिरोमणि अकाली दल के नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा, 'सुखबीर सिंह बादल ने पहले ही कहा था कि अगर पार्टी को ऐसा लगता है तो वो पद छोड़ने को तैयार हैं. पार्टी ने इसके खिलाफ फैसला किया. हमें अभी कमियों पर विचार करना होगा और सुधार करना होगा. अकाली दल को साल 2022 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. इस बार के बाद से ही पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में बदलाव की आवाज उठी थी.
लोकसभा में भी रहा पार्टी का खराब प्रदर्शन
बीजेपी और अकाली दल का इस बार लोकसभा चुनाव में गठबंधन नहीं था. नतीजा यह हुआ कि सूबे में बीजेपी खाता नहीं खोल पाई और अकाली का लगभग सफाया हो गया. अगर दोनों मिलकर चुनाव लड़े होते तो नतीजे कुछ और होते. अब हार का पोस्टमार्टम हो रहा है तो पार्टी के प्रधान ही निशाने पर हैं .