नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को निधन हो गया. नम आंखों से आज उन्हें विदाई दी जा रही है. शाम चार बजे के करीब यमुना किनारे राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. केंद्र ने वाजपेयी के निधन पर सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है.


अटल के करीबी रहे शिव कुमार ने पूर्व पीएम के साथ बिताए गए दिनों को किया याद


पिछले पांच दशकों से वाजपेयी के सबसे करीबी रहे शिव कुमार के शब्दों से समझा जा सकता है. शिव कुमार एक घटना बताते हैं कि "उन दिनों मैं उनके साथ 1, फ़िरोज़शाह रोड पर रहा करता था वो बेंगलुरु से दिल्ली वापस लौट रहे थे. मुझे उन्हें लेने हवाई अड्डे जाना था. जनसंघ के एक नेता जेपी माथुर ने मुझसे कहा चलो रीगल में अंग्रेज़ी पिक्चर देखी जाए. छोटी पिक्चर है जल्दी ख़त्म हो जाएगी. उन दिनों बेंगलुरु से आने वाली फ़्लाइट अक्सर देर से आती थी. मैं माथुर के साथ पिक्चर देखने चला गया.


"उस दिन पिक्चर लंबी खिंच गई और बेंगलुरु वाली फ़्लाइट समय पर लैंड कर गई. मैं जब हवाई अड्डे पहुंचा तो पता चला कि फ़्लाइट तो कब की लैंड कर चुकी थी. घर की चाभी मेरे पास थी. मैं डरता हुआ 1, फ़िरोज़ शाह रोड पहुंचा. वाजपेयी अपनी अटैची पकड़े लॉन में टहल रहे थे. उन्होंने मुझसे पूछा कहाँ चले गए थे? मैंने डरते हुए कहा कि पिक्चर देखने गया था. वाजपेई ने मुस्कराकर कहा यार हमें भी ले चलते. चलो कल चलेंगे. ज़ाहिर है कि स्वभाव से फक्कड़ अटल में सत्ता या सियासत से आने वाली अहंमन्यता जगह नहीं बना सकी.


बता दें कि 16 अगस्त को दिल्ली के एम्स अस्पताल में शाम 5.05 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. अटल बिहारी वाजपेयी को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था. 93 वर्षीय वाजपेयी को गुर्दा (किडनी) नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण के बाद 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था. उनके निधन की खबर के बाद पूरे देश में शोक की लहर है. अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे रहे हैं.