Aarey Metro Car Shed Project: बाल अधिकारों (Child's Rights) के लिए काम करने वाली शीर्ष संस्था एनसीपीसीआर (NCPCR) ने ‘आरे वन बचाओ’ (Save Aarey Forest) अभियान में कथित तौर पर बच्चों का इस्तेमाल करने के लिए शिवसेना (Shiv Sena) नेता आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराने की मांग की.


राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने मुंबई पुलिस को एक नोटिस भेजा है. नोटिस के अनुसार आयोग को शिकायत मिली है कि मुंबई जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे ने शिवसेना युवा प्रकोष्ठ में आरे बचाओ प्रदर्शनों के दौरान राजनीतिक अभियानों में नाबालिगों का इस्तेमाल किया है. 


क्या है मामला?
इस मामले में उन्होंने ट्विटर का एक लिंक भी साझा किया. इस ट्विटर लिकं के अनुसार प्रदर्शन के दौरान बच्चे हाथ में तख्तियां लिए खड़े हैं. आयोग ने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए आयोग आरोपी के खिलाफ तत्काल प्राथमिकी दर्ज करके मामले की जांच करने का अनुरोध करता है. इसमें कहा गया कि इस पत्र के प्राप्त होने के तीन दिन के भीतर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट, प्राथमिकी की प्रति और बच्चों के बयान आयोग को सौंपे जाएं.


बच्चे क्यों कर रहे थे प्रदर्शन?
मुंबई (Mumbai) के गोरेगांव में आरे कॉलोनी (Aarey Colony) में मेट्रो शेड के निर्माण के लिए पेड़ काटे जा रहे हैं. इस मेट्रो शेड के निर्माण में आरे कॉलोनी के जंगल में 2702 पेड़ काटे जाएंगे. उन पेड़ों को काटे जाने का विरोध शिवसेना (Shiv Sena) कर रही थी. उस विरोध में पार्टी ने कई नाबालिग बच्चों को भी तख्ती दे कर प्रदर्शन करवाया गया था. इसी प्रदर्शन का अब एनसीपीसीआर (NCPCR) ने संज्ञान ले लिया है. 


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