नई दिल्ली: महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार बनने के बाद से लगातार शिवसेना का बीजेपी पर हमला जारी है. शिवसेना आज एक बार फिर अपने मुखपत्र सामना के जरिए बीजेपी और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर हमला बोला है. सामना में लिखा है कि महाराष्ट्र में जो कुछ भी हुआ वो बीजेपी का कर्म फल है.


विधानसभा स्पीकर की नियुक्ति को लेकर भी बीजेपी पर हमला बोला गया है. सामना में लिखा है कि विधानसभा स्पीकर पद पर नाना पटोले की नियुक्ति बीजेपी के लिए सबसे बड़ा तमाचा है. मोदी के विरोध में बगावत करके और सांसद के पद से इस्तीफा देकर नाना पटोले ने क्रांतिवीर के रूप में अपना नाम दर्ज कराया है. मोदी किसी को बोलने नहीं देते ऐसा पटोले का कहना है और अब विधानसभा में फडणवीस को बोलने देना है या नहीं यह पटोले तय करेंगे.


सामना में लिखा है, ''मुख्यमंत्री की हैसियत से देवेंद्र फडणवीस ने जो गलतियां कीं वह विरोधी पक्ष नेता के रूप में तो उन्हें नहीं करनी चाहिए. विपक्ष के नेता पद की शान व प्रतिष्ठा बरकरार रहे, ऐसी हमारी इच्छा है. विपक्ष के नेता खुद अपनी पद व प्रतिष्ठा बचाए रखेंगे तो सब ठीक होगा. हम संसदीय लोकतंत्र का सम्मान करते हैं. आप भी करो.''


सामना में लिखा, ''170 की संख्या देखकर फडणवीस के नेतृत्ववाला विपक्ष विधानसभा से भाग खड़ा हुआ. रविवार को विधानसभा अध्यक्ष पद पर नाना पटोले की नियुक्ति भी निर्विरोध हो गई. कदाचित शनिवार को ‘170’ का आंकड़ा भाजपावालों के आंख और दिमाग में घुस जाने का परिणाम ऐसा हुआ कि विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव में उन्हें पीछे हटना पड़ा. अब अगले पांच साल उन्हें इसी तरह पीछे हटने की आदत डालनी पड़ेगी.''