मुंबई: महाराष्ट्र में बीजेपी शिवसेना-गठबंधन मे दरार आने के बाद गठबंधन अब टूटने के कगार पर है. इसी बीच दो ख़बरें ऐसी आई है जिससे ये संकेत मिल रहे है कि दोनों ही पार्टी एक दूसरे का साथ लेने की कोशिश में जुटी हुई है. आज कैबिनेट में सरकार ने दादर मेयर बंगले में बाल ठाकरे के स्मारक के लिए 100 करोड़ रुपये का बजट मंज़ूर किया तो वहीं शिवसेना बाल ठाकरे पर आधारित फिल्म के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत, सभी मंत्री और सांसदों को फ़िल्म की विशेष स्क्रीनिंग का न्यौता देने जा रही है. ऐसे में अब अटकलें लगाई जा रही है कि क्या बाल ठाकरे के नाम पर इसबार भी बीजेपी - शिवसेना गठबंधन होगा?


''आज सभी को एक देखकर अच्छा लग रहा है. हमारी एकता क़ायम है''


ये शब्द बाल ठाकरे के आखिरी दिनों का है जिसे फिल्म में भी लिया गया है. हिंदुत्व के मुद्दे पर 25 साल पहले बना ये गठबंधन बाल ठाकरे, अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण अडवाणी के विचारों का गठबंधन था. लेकिन साल 2014 के बाद इस गठबंधन में दरार आई और गठबंधन के बाद पहली बार बीजेपी- शिवसेना महाराष्ट्र में अलग चुनाव लड़े. साल 2019 के पहले रिश्तों में आई दूरी कम करनेवाला कोशिश बीजेपी लगातार करती आ रही है. लेकिन शिवसेना मान नहीं रही. वहीं अब कहा ये जा कहा है कि शायद इसबार भी बाल ठाकरे के नाम पर ही दोनों पार्टियां एक हो सकती है.


25 जनवरी को ठाकरे फ़िल्म रिलीज़ हो रही है जिसके लिए शिवसेना ने विशेष शो बीजेपी नेताओं के लिए रखा है. शिवसेना जो लगातार बीजेपी पर हमला बोल रही थी उसकी तरफ़ से ये क़दम संकेत देते है कि दोस्ती में आई दरार कम हो सकती है. हालांकि शिवसेना नेता इस प्रयास को राजनीति से जोड़ना ग़लत बताते है. लेकिन ज़ाहिर जिस चौकीदार को आप चोर कहते हो उन्हीं को फ़िल्म देखने के लिए न्यौता देना बताता है कि सब ठीक हो सकता है.


बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति भवन या संसद के थियेटर ये विशेष शो आयोजित किया जाएगा. जिसमें पीएम मोदी समेत बीजेपी के सभी नेता उपस्थित रह सकते है. ग़ौरतलब है कि नरेंद्र मोदी के मन में बाल ठाकरे के प्रति बड़ा आदर भाव है जिसका ज़िक्र वो कई बार कर चुके है. जब गोधरा कांड के लिए पूरा देश नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ था तब बाल ठाकरे ने नरेंद्र मोदी का साथ दिया था. इस आदर भाव के चलते मोदी फ़िल्म देखने आएंगे और अगर ऐसा होता है तो निश्चित रूप से गठबंधन की दूरियां नज़दीकियां बन सकती हैं.

पिछले हफ़्ते महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बाल ठाकरे के नाम पर आयोजित एक कार्यक्रम में गए. वहां जाकर उन्होंने बाल ठाकरे और शिवसेना की तारीफ़ की. तभी से ये कहा जाने लगा कि शायद बात बन रही है.

आपको बता दें कि बीजेपी लगातार शिवसेना की दोस्ती का हाथ बढ़ा रही थी लेकिन शिवसेना हर बार बीजेपी के प्रस्ताव को नामंज़ूर कर देती. जब शिवसेना ने नरेंद्र मोदी पर सीधी हमला बोला तब बीजेपी ने भी शिवसेना को गठबंधन तोड़ने का क़रारा जवाब दिया. हालात ऐसे थे कि गठबंधन बस टूटने की औपचारिक घोषणा होनी थी लेकिन ये क़दम दोनों को फिर जोड़ सकते है ऐसा अटकलें लगाई जा रही है.