मुंबई: महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को विधानसभा में बहुमत परीक्षण के दौरान मात देने की कवायद में जुटे शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) ने उनसे संपर्क किया था, अब देर हो चुकी है. सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने विधायकों के साथ बैठक में कहा कि संघ ने उनसे संपर्क किया. विधायकों के साथ बैठक में उन्होंने कहा कि शरद पवार को हम पर भरोसा है और हमें शरद पवार पर भरोसा है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस हमारे साथ है और हम तीनों मिलकर ये लड़ाई जीतेंगे.
बता दें कि शनिवार सुबह साढ़े सात बजे के करीब अजित पवार महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री बने. उनके बीजेपी को समर्थन देने से एनसीपी चीफ शरद पवार नाराज हो गए और उन्होंने कहा कि अजित पवार का बीजेपी को समर्थन देने का फैसला उनका व्यक्तिगत है और इससे एनसीपी का कोई लेनादेना नहीं है. इसके बाद एनसीपी ने कार्रवाई करते हुए अजित पवार को विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया.
शरद पवार ने भतीजे अजित पवार को दिया जवाब, कहा- BJP के साथ गठबंधन का सवाल नहीं उठता, भ्रामक है बयान
इन सबके बाद आज पहला बार अजित पवार ने ट्वीट कर कहा कि वह एनसीपी में हैं और एनसीपी में ही रहेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शरद पवार साहब उनके नेता हैं. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी-एनसीपी गठबंधन महाराष्ट्र में अगले पांच साल के लिए स्थायी सरकार देगी.
भतीजे अजित पवार के इस ट्वीट के कुछ देर बाद ही शरद पवार ने ट्वीट किया और उनके बयान का खंडन किया. एनसीपी चीफ ने कहा कि बीजेपी के साथ गठबंधन का सवाल ही नहीं उठता है. उन्होंने कहा कि अजित पवार का बयान भ्रामक है. शरद पवार ने ट्वीट किया, ''बीजेपी के साथ गठबंधन का कोई सवाल ही नहीं उठता है. एनसीपी ने सर्वसम्मति से फैसला किया है कि वह गठबंधन सहयोगी शिवसेना और कांग्रेस के साथ सरकार बनाएगी. अजित पवार का बयान लोगों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा करने के लिए झूठ और भ्रामक है.''