नई दिल्ली: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन के बीच सीएम देवेंद्र फडणवीस को बदले जाने की अटकलें लगनी शुरू हो गई है. शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने एबीपी न्यूज के कैमरे पर ये दावा किया है. संजय राउत शिवसेना के बड़े नेता हैं और उनकी पार्टी महाराष्ट्र सरकार में शामिल भी है. महाराष्ट्र में 16% आरक्षण की मांग को लेकर मराठा समाज का आंदोलन जारी है.


संजय राउत ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री बदलने की चर्चा के सवाल पर संजय राउत ने कहा, ''चर्चा हो सकती है क्योंकि जिस तरह के महाराष्ट्र के हालात हैं, उसके लिए राजनीतिक नेतृत्व असफल है. ऐसी चर्चा महाराष्ट्र में नहीं बल्कि मेरी जानकारी के मुताबिक बीजेपी के अंदर हो रही है.''


बीजेपी ने किया शिवसेना के दावे का खंडन
बीजेपी ने शिवसेना नेता संजय राउत के दावे का खंडन किया है. एबीपी न्यूज़ के सूत्रों के मुताबिक बीजेपी अभी ऐसा कोई फैसला नहीं लेगी. दरअसल महाराष्ट्र में गैर मराठा मुख्यमंत्री बनने के बाद से बीजेपी के अंदर से भी की बार इस तरह की खबरें आती रही हैं. वर्तमान में जिस तरह के राज्य के हालात हैं उससे चर्चाओं को बल मिल रहा है. बीजेपी के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि अभी प्रधानमंत्री देश से बाहर हैं ऐसे में बीजेपी इतना बड़ा संवेदनशील फैसला बिना पीएम मौजूदगी के नहीं लिया जा सकता. दूसरी बात कि जिस तरह के राज्य के हालात हैं ऐसे में उसमें मुख्यमंत्री बदलने से हालात और ज्यादा बिगड़ सकते हैं.


मराठा आंदोलन: सीएम बोले- हम चर्चा को तैयार, मराठा नेता ने कहा- टाइम टेबल चाहिए
मराठा क्रांति मोर्चा ने आज बुलाए गए मुंबई बंद को वापस ले लिया है लेकिन महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में अभी हिंसक प्रदर्शन जारी हैं. पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी से नियंत्रण करने की कोशिश कर रहा है. पुलिस की कड़ी मसक्कत के बावजूद सात घंटे बाद कंबोबली हाईवे खाली कराया गया. इस बीच मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा है कि वो मराठा समाज से बात करने को तैयार हैं, सरकार आरक्षण की मांग को लेकर कटिबद्ध है. वहीं एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए मराठा नेता विनोद पाटिल नेकहा, ''हम हिंसा के पीछे नहीं है, हम किसी भी प्रकार की हिंसा का समर्थन नहीं करते.


बंद के दौरान जमकर हुई हिंसा
बंद के दौरान मुंबई और आसपास के इलाकों में भारी हिंसा हुई. मुंबई और ठाणे में सरकारी बसों पर हमले किये गये जबकि लोकल ट्रेनें रोक दी गयीं. परिवहन निगम के अधिकारी ने बताया कि मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई में प्रदर्शनकारियों ने नौ सरकारी बसों पर हमला किया है. नवी मुंबई में पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हवाई फायरिंग की. मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ़ और सतारा जिले की पुलिस बंद के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है.