मुंबई: जिस तरह से महाराष्ट्र में तीन अलग-अलग पार्टियों ने एक साथ आकर सरकार बनाई है, उसी तर्ज पर अब राज्य के सभी चुनाव शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने साथ लड़ने का मन बनाया है. इसकी शुरुआत नवी मुंबई महानगरपालिका के चुनाव से हो रही है जो कि इसी साल अप्रैल में होने वाले हैं.


महाराष्ट्र सरकार बनाने के लिए तीनों ही पार्टियों ने चुनाव के बाद में गठबंधन किया, लेकिन अब चुनाव पूर्व गठबंधन किए जाएंगे. हाल ही में नवी मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान इस बात का ऐलान किया गया. तीनों पार्टियों के लिए अब सबसे पहली चुनौती नवी मुंबई महानगरापलिका का चुनाव जीतना है. इस महानगरपालिका में 111 सीटें हैं. जिसपर बीजेपी का कब्जा है.


दरअसल 2015 में हुए चुनाव के बाद इस महानगरपालिका पर एनसीपी का कब्जा हो गया था. एनसीपी को 54 सीटें मिलीं, शिवसेना को 16, कांग्रेस को 13 और बीजेपी को 2. एनसीपी को पिछले साल यहां उस वक्त करारा झटका लगा जब विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के दिग्गज नेता गणेश नाईक ने एनसीपी छोड दी और बीजेपी में शामिल हो गए. उनके साथ एनसीपी के 52 पार्षद भी बीजेपी में चले गए, जिससे 2 सीटों वाली बीजेपी सत्ता में आ गई और सबसे ज्यादा सीटें पाने वाली एनसीपी सिर्फ 2 सीटों तक सिमट कर रह गई.


अब बीजेपी को घेरने के लिए एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना एक साथ आ रहीं हैं. सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि सीटों का बंटवारा तीनों पार्टियों में किस तरह से होता है. आशंका जताई जा रही है कि कई नेता टिकट ना मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं या फिर विरोधी खेमें में जा सकते हैं.


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