Shiv Sena: शिवसेना के सिंबल पर बोले देवेंद्र फडणवीस, 'चुनाव आयोग पर रखें भरोसा, जीत होगी'
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वह चुनाव आयोग के फैसले से हैरान नहीं हैं जिसमें दोनों धड़ों को मुंबई की विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न इस्तेमाल करने से रोक दिया.
Shiv Sena Symbol: महाराष्ट्र (Maharashtra) के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadanvis) ने रविवार को कहा कि जब चुनाव आयोग (Election Commission) शिवसेना (Shiv Sena) के नाम और चुनाव चिह्न पर मालिकाना हक को लेकर अंतिम फैसला सुनाएगा तो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाला गुट 'सफल' होगा.
फडणवीस ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वह चुनाव आयोग के उस अंतरिम फैसले से हैरान नहीं हैं. जिसमें उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना धड़ों को मुंबई की अंधेरी (पूर्व) विधानसभा सीट के लिए तीन नवंबर को होने वाले उपचुनाव में पार्टी के नाम और उसके चुनाव चिह्न धनुष और तीर का इस्तेमाल करने से रोक दिया गया.
शिंदे की जीत को लेकर क्या बोले फडणवीस?
बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि चुनाव आयोग ने अपनी निर्धारित प्रक्रिया के तहत निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि जब चुनाव आयोग मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे द्वारा शिवसेना के नाम और चुनाव चिह्न पर मालिकाना हक के दावों पर अंतिम फैसला लेगा, तो जीत मुख्यमंत्री शिंदे की होगी.
महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि हमारे पास बहुमत है, क्योंकि अधिकतम विधायक और सांसद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले खेमे के साथ हैं. फिर भी, चुनाव आयोग ने चुनाव चिह्न फ्रीज कर दिया है, लेकिन हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.
'हमारे पास बहुमत'
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमने चुनाव आयोग के समक्ष अपना हलफनामा भी दाखिल नहीं किया है, क्योंकि बहुमत हमारे पास है. हम इसे कल दाखिल कर सकते हैं. उन्होंने ठाकरे खेमे पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जब चुनाव आयोग ने मूल पार्टी चिह्न को सील कर दिया तो वे वैकल्पिक चुनाव चिह्नों के साथ तैयार थे.
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि उन्हें (ठाकरे खेमे को) धनुष और तीर के चिह्न से कोई लगाव नहीं है. उन्होंने कहा कि ठाकरे गुट ने चुनाव आयोग की पिछली सुनवाई के दौरान जानबूझकर समय बर्बाद किया. शिक्षा मंत्री ने आगे दावा किया कि अगर वे वास्तव में पार्टी के चुनाव चिह्न की रक्षा करना चाहते थे, तो वे पहले आसानी से दस्तावेज जमा करा सकते थे.
मुंबई पुलिस ने क्यों दर्ज की एफआईआर?
मुंबई पुलिस के अधिकारी ने रविवार को कहा कि उन्होंने ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के समर्थन में तैयार किए जा रहे 4,500 से अधिक हलफनामे बरामद करने के बाद अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है.