Shiv Sena Dussehra Rally: महाराष्ट्र में शिवसेना की दशहरा रैली को लेकर शिंदे गुट (Eknath Shinde) और उद्धव गुट (Uddhav thackeray) आमने-सामने हैं. आए दिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे दशहरा रैली को लेकर अपने-अपने दावे कर रहे हैं. इसी बीच सूत्रों ने एबीपी न्यूज को बताया कि शिवसेना की दशहरा रैली (Dussehra Rally) के चीफ गेस्ट एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे (Raj Thackeray) हो सकते हैं. 


मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे दशहरा रैली में मुख्य अतिथि के तौर पर राज ठाकरे को बुलाएंगे. पिछले दिनों ही राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना कहा, 'विरासत ये वास्तु कि नहीं, विचारों की होती है.' आपको बता दें कि इससे पहले कम्युनिस्ट नेता श्रीपाद अमृत डांगे, तत्कालीन कांग्रेस नेता शरद पवार, जॉर्ज फर्नांडिस  शिवसेना की दशहरा रैली में प्रमुख अतिथि के तौर पर शामिल हो चुके हैं. 


दशहरा रैली पर अभी तक अनुमति नहीं मिली? 
उद्धव गुट ने दादर के शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करने के लिए 22 अगस्त को बीएमसी से अनुमति मांगी थी, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है.  शिवसेना ने बीएमसी के आयुक्त इकबाल सिंह चहल को भी आवेदन दिया, लेकिन वो भी इस पर कुछ नहीं कह रहे हैं.  


विवाद क्यों शुरू हुआ? 
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे ने शिवसेना से बगावत कर साथी विधायकों के साथ मिलकर बीजेपी से गठबंधन कर सरकार बना ली. इसके बाद से शिंदे गुट और उद्धव गुट के बीच घमासान जारी है. दोनों गुट अपने आपको 'असली शिवसेना' बता रहे हैं. 'असली शिवसेना' वाला मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. आने वाले दिनों में ही पता चलेगा कि बालासाहेब ठाकरे वाली शिवसेना पर किसका अधिकार है? 


दशहरा रैली इतनी महत्वपूर्ण क्यों है? 
शिवसेना की स्थापना से दशहरा रैली की परंपरा रही है. बालासाहेब ठाकरे ने 90 के दशक में दशहरा रैली शिवाजी पार्क में की थी. इस दशहरा रैली में शामिल होने के लिए शिवसैनिक देश के अलग-अलग हिस्सों से आते हैं.


यह भी पढ़ें-


Shiv Sena Dussehra Rally: दशहरा रैली पर उद्धव ठाकरे के बयान पर शिंदे गुट की प्रतिक्रिया, कहा- 'कोई अधिकार नहीं'


Maharashtra Politics: खुद को 'कॉन्ट्रेक्ट का मुख्यमंत्री' कहे जाने पर सीएम शिंदे ने किया पलटवार, कही ये बात