नई दिल्ली : शिवसेना की मांग है कि महाराष्ट्र में अतिवृष्टि यानी कि ज्यादा बारिश से हुए किसानों की फसल नुकसान की भरपाई के लिए राज्यपाल द्वारा जारी की गई राहत राशि कम है. इसे और बढ़ा कर जारी किया जाए. किसानों को कम राहत देने के खिलाफ शिवसेना संसद भवन परिसर में प्रदर्शन कर रही है.
इसके अलावा नागरिकता संशोधन बिल यानी कि सिटिजन अमेंडमेंट बिल के प्रावधानों के खिलाफ भी शिवसेना प्रदर्शन कर रही है. शिवसेना की सबसे बड़ी आपत्ति नागरिक नागरिकता संशोधन बिल में पाकिस्तान से आए नागरिकों को भारत में नागरिकता देने पर है. आपको बता दें महाराष्ट्र में 24 अक्टूबर को नतीजे आए थे और उसके बाद से बीजेपी शिवसेना की सरकार इसलिए नहीं बन पाई थी क्योंकि शिवसेना ढाई ढाई साल के मुख्यमंत्री के फार्मूले पर अड़ी है.
अब शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बनाने के लिए गठबंधन पर काम कर रही है. संसद के सत्र शुरू होने से पहले ही एनडीए से शिवसेना को बाहर कर दिया गया है और राज्यसभा और लोकसभा दोनों जगह शिवसेना की बैठक व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है. अब शिवसेना राज्यसभा और लोकसभा में विपक्ष के साथ बैठेगी .
महाराष्ट्र में सरकार का सस्पेंस खत्म नहीं हुआ है. इतना हुआ है कि अब तक जो राजनीति मुंबई में चल रही थी वो अब दिल्ली शिफ्ट हो गई है. आज से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है. शरद पवार से लेकर संजय राउत तक दिल्ली आ गए हैं. आज सबसे बड़ी हलचल होगी जब सोनिया से पवार मिलेंगे. पुणे से पवार दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं. मुलाकात होनी है लेकिन मुलाकात का समय अभी तय नहीं है.
शिवसेना नेता संजय राउत भी संसद सत्र में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंचे हैं. इस बीच एनडीए से शिवसेना को बाहर किए जाने पर संजय राउत का गुस्सा बीजेपी पर फूटा है. संजय राउत ने बीजेपी नेतृत्व का नाम लिए बिना कहा कि कोई अपने आप को भगवान ना समझे, 'अपुन ही भगवान है' वाली सोच गलत है. इसके साथ ही संजय राउत ने मशहूर शायर हबीब जालिब का शेर भी ट्विटर पर शेयर किया. उन्होंने लिखा, ''तुम से पहले वो जो इक शख़्स यहाँ तख़्त-नशीं था, उस को भी अपने ख़ुदा होने पे इतना ही यक़ीं था.''
अपुन ही भगवान है वाली सोच गलत- राउत
संजय राउत ने कहा, ''दिल्ली में बड़े बड़े बादशाह आए और चले गए लेकिन इस देश का लोकतंत्र कायम है. जनता सबसे बड़ी भगवान है, अपने आप को भगवान समझने की कोशिश किसी को नहीं करनी चाहिए. अपुन ही भगवान है वाली सोच गलत, कोई भगवान नहीं होता. आज जो स्थिति महाराष्ट्र में स्थिति पैदा हुई है, वो अहंकार की बात है. जो बात शिवसेना के बारे में तय हुई थी अगर आप उससे पीछे हटते हो और अपने आप भगवान समझते हैं तो यह ठीक नहीं है.