महाराष्ट्र में तेज हुई सियासी हलचल, शरद पवार से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे से मिलने गए राउत
महाराष्ट्र में 8 नवंबर को मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है, 9 नवंबर तक नई विधानसभा का गठन होना है लेकिन सीएम की कुर्सी को लेकर लड़ाई जारी है.
मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार बनाने पर जारी गतिरोध हर पल नए मोड़ ले रहा है. शिवसेना बीजेपी को लगातार 50-50 का फॉर्मूला याद दिला रही है और सीएम पद की मांग पर अड़ी हुई है. इस बीच बीजेपी शिवसेना सांसद संजय राउत ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की है.
इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहा है. संजय राउत ने कहा कि शरद पवार महाराष्ट्र की स्थिति को लेकर चिंतित हैं. संजय राउत ने कहा, ''वो (शरद पवार) राज्य और महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता हैं. वे महाराष्ट्र की आज की स्थिति को लेकर चिंतित हैं. हमारे बीच संक्षिप्त बातचीत हुई है.'' शरद पवार से मुलाकात के बाद संजय राउत शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने गए.
Shiv Sena leader Sanjay Raut after meeting NCP chief Sharad Pawar, in Mumbai: He is a senior leader of the state & the country. He is worried about the political situation in Maharashtra today. We had a brief discussion. pic.twitter.com/PtXzll0rRC
— ANI (@ANI) November 6, 2019
सीएम पद पर अड़ी शिवसेना बोली चुनाव नतीजे आने के बाद से शिवसेना फिफ्टी-फिफ्टी के फॉर्मूले की रट लगाई हुई है. शिवसेना का कहना 50-50 के प्रस्ताव पर ही बात होगी, इसके अलावा किसी पर नहीं. आज सुबह मीडिया से बात करते हुए कहा, ''बीजेपी और शिवसेना के बीच शुरुआत से एक लाइन का ही प्रस्ताव तय था. चुनाव से पहले गठबंधन की जब चर्चा हो रही थी तब यही हुआ था. उस वक्त जो बात तय हुआ था वो यही प्रस्ताव है. इसलिए नया प्रस्ताव लाने में टाइम क्यों खराब करना. जो पहले तय हुआ था उसी पर आगे बढ़ेंगे.''
भागवत से मिले फडणवीस, क्या संघ बनवाएगा सरकार? मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और संघ प्रमुख मोहन भागवत की मुलाकात की है. माना जा रहा है कि मुलाकात राज्य में सरकार बनाने को लेकर हुई है.फिलहाल बीजेपी और शिवसेना के बीच सरकार बनाने को लेकर बातचीत रुकी हुई है. जिसकी वजह से सरकार बनाने का फार्मूला अंतिम रूप नहीं ले पा रहा है. माना जा रहा है देवेंद्र फडणवीस ने संघ प्रमुख से मुलाकात कर शिवसेना और बीजेपी के बीच चल रही स्थिति के बारे में चर्चा की है और संभवतया मध्यस्थता करने की गुजारिश की है.
9 नवंबर तक बननी है सरकार सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीजेपी शिवसेना को कुछ और मंत्रालय देने को तैयार हो गई है. बीजेपी ने 16 मंत्रालय देने पर सहमति जता दी है लेकिन शिवसेना सरकार में 17 मंत्री चाहती है. इसके साथ ही मामला 'मलाईदार' मंत्रालयों को लेकर अटका हुआ है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी शिवसेना को राजस्व मंत्रालय देने को तैयार हो गई है लेकिन सरकार बनाने का असली फॉर्मूला क्या होगा जिस पर दोनों की सहमति होगी ये अभी सामने नहीं आया है. बीजेपी-शिवसेना में खींचतान के बीच विधानसभा का कार्यकाल 8 नवंबर को खत्म हो रहा है, मतलब 9 नवंबर तक सरकार बन जानी चाहिए.