(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Maharashtra Politics: उद्धव ठाकरे ने की इस्तीफे की बात तो संजय राउत बोले- विधानसभा में साबित करेंगे बहुमत
Sanjay Raut On Uddhav Thackeray: महाराष्ट में एक तरफ सीएम उद्धव इस्तीफे की बात करते हैं तो वहीं दूसरी तरफ संजय राउत उनकी इस बात को खारिज कर देते हैं.
Uddhav Thackeray Resignation: महाराष्ट्र (Maharashtra) में राजनीति (Politics) की तस्वीर लगातार बदल रही है. यहां एक के बाद एक नए पैंतरे आजमाए जा रहे हैं. एक तरफ जहां उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) बागी विधायकों को मनाने के लिए इस्तीफा देने की बात कर रहे हैं तो वहीं उन्हीं के पार्टी के कद्दावर नेता संजय राउत (Sanjay Raut) कह रहे हैं कि वो विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे अगर जरूरत पड़ी तो. कहने का मतलब ये है कि उन्होंने इस्तीफे की संभावना को खारिज कर दिया है.
मालूम हो कि एकनाथ शिंदे से बातचीत करने और पार्टी में बगावती सुर उठने के बाद उद्धव ठाकरे फेसबुक के जरिए पहली बार सामने आए और इस्तीफे की पेशकश की थी. थोड़ी ही देर बाद पार्टी के कद्दावर नेता संजय राउत सामने आए और इस्तीफे की संभावना को खारिज कर दिया. राउत ने कहा कि जरूरत पड़ी तो विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे.
एकनाथ शिंदे को सीएम बनाने की पेशकश
एनसीपी चीफ शरद पवार और सुप्रिया सुले ने कल उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी. बताया जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान शरद पवार ने एकनाथ शिंदे को सीएम पद देकर सरकार बचाने की नसीहत दी थी. संजय राउत ने खबर को गलत बताया है. तो वहीं एकनाथ शिंदे का दावा है कि उनके साथ 38 से ज्यादा विधायक हैं. ऐसे में संजय राउत जिस फ्लोर टेस्ट की बाद कर रहे हैं, उसकी राह आसान नहीं होगी.
क्या बोले उद्धव ठाकरे
उद्धव (Uddhav) ने बुधवार को किए फेसबुक लाइव (Facebook Live) में कहा कि मुझे दुख इस बात का है कि कांग्रेस (Congress) और NCP अगर कहती है कि उद्धव ठाकरे CM नहीं चाहिए तो समझ सकते थे. अपने लोगों अब कह रहे हैं तो मैं तुरंत इस्तीफ़ा देने को तैयार हूं. उन्होंने कहा कि मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं. एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को सूरत जाने की क्या जरूरत थी. मुझे लगता है कि पद आते-जाते रहते हैं. उद्धव ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार हूं लेकिन कोई शिवसैनिक ही मुख्यमंत्री बने इससे मुझे खुशी होगी. सीएम पद पर रहने की मेरी कोई इच्छा नहीं, हमारा प्रेम बना रहेगा. ये मेरा नाटक नहीं है. संख्या जिसके पास ज़्यादा होती है वही जीतता है. कितने लोग मुझे अपना मानते हैं और और मेरे खिलाफ वोट करते हैं तो ये मेरे लिए शर्मनाक बात है. मुख्यमंत्री पद पर बने रहना मेरी कोई इच्छा नहीं है.
ये भी पढ़ें: पिता की राह पर उद्धव का इमोशनल कार्ड? 2 दशक पहले जब बाला साहेब ने कहा था शिव सैनिक कहें तो छोड़ दूंगा पद