मुंबई: संसद के 18 नवंबर से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र से पहले रविवार को दिल्ली में होने वाली एनडीए घटक दलों की बैठक में शिवसेना भाग नहीं लेगी. शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, ''शिवसेना को एनडीए बैठक का कोई निमंत्रण नहीं आया है, शिवसेना एनडीए की बैठक में नहीं जाएगी. शिवसेना एनडीए से बाहर निकलेगी ये बस अब औपचारिकता बाकी है.''


साथ ही राउत ने कहा कि एनडीए का कोई मलिक नहीं है. शिवसेना अकाली दल एनडीए के संस्थापक हैं. अब के जो सूत्रधार हैं, वो तब नहीं थे.'' शिवसेना के एक अन्य सांसद ने कहा कि जब एनडीए सदस्य बैठक कर रहे होंगे, उस समय पार्टी रविवार को बाल ठाकरे को श्रद्धांजलि देगी. सांसद ने पूछा, ‘‘फिर कैसे हम उस बैठक में शामिल हो पाएंगे?

बता दें कि महाराष्ट्र में 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद बीजेपी-शिवसेना के रिश्तों में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर लंबी खींचतान चली. जिसके बाद 11 नवंबर को शिवसेना के कोटे से मंत्री रहे अरविंद सावंत ने पद से इस्तीफा दे दिया. अब शिवसेना महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने की कोशिश में जुटी है. तीनों दलों ने न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) का एक मसौदा तैयार किया है.

बीजेपी-शिवसेना गठबंधन टूटने के बाद इस पद के लिए होने जा रहा है चुनाव, जानें किसका पलड़ा है भारी

शिवसेना ने सरकार बनाने के लिए बीजेपी का समर्थन करने से इनकार कर दिया था जिसके बाद राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हो गया और 12 नवम्बर को राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया. शिवसेना ने 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव में 56 सीटें जीती थी. बीजेपी ने 288 सदस्यीय सदन में सबसे अधिक 105 सीटों पर जीत दर्ज की थी.

शिवसेना की मांग थी कि मुख्यमंत्री पद और अन्य विभागों का एक समान आवंटन हो और इसके लिए बीजेपी तैयार नहीं थी. हालांकि बीजेपी और शिवसेना दोनों ने गठबंधन तोड़ने की आधिकारिक रूप से घोषणा नहीं की है.

संजय राउत ने ट्वीट में ‘नये मौसम’ का किया जिक्र, सियासी गलियों में हलचल तेज