मुंबई: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर बीजेपी-शिवसेना के बीच तकरार जारी है. इस बीच शिवसेना के एक नेता ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत को पत्र लिखकर कहा है कि पूरे विवाद में दखल दें और नितिन गडकरी को मामले को सुलझाने के लिए भेजें.


शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने कहा, ''मैंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को पत्र लिखकर पहल करने के लिए कहा है. नितिन गडकरी को भेजने के लिए कहा है. नितिन गडकरी पूरे मामले को दो घंटे में सुलझा लेंगे.''


बता दें कि 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव परिणाम की घोषणा की गई थी लेकिन 12 दिन बीत जाने के बाद भी नई सरकार का गठन नहीं हो सका. महाराष्ट्र में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 9 नवंबर को खत्म हो रहा है, नियमों के तहत 9 नवंबर से पहले सरकार का गठन होना जरूरी है.


शिवसेना का कहना है कि वादा अनुसार बीजेपी 50-50 फॉर्मूले पर आगे बढ़े. बीजेपी इसके लिए राजी नहीं है. आज ही शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री उनकी पार्टी से ही होगा. राउत ने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति बदल रही है और न्याय की खातिर लड़ाई में उनकी पार्टी की ही जीत होगी.


उन्होंने कहा, ‘‘महाराष्ट्र के बारे में फैसला महाराष्ट्र में ही लिया जाएगा, मुख्यमंत्री शिवसेना से ही होगा.’’ शिवसेना के एनसीपी की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाने की खबरों के बीच राउत ने कहा कि शरद पवार राज्य के अगले मुख्यमंत्री नहीं होंगे.


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विधानसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को 161 सीटें मिलीं जो 288 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के आंकड़े 145 से कहीं अधिक है. विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 105 सीटें, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं.