नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सरकार बनना अब लगभग तय हो गया है. शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की सरकार बनने को लेकर सहमति बन गई है. अब नई सरकार के गठन को लेकर सियासत तेज हो गई है. इसी के मद्देनज़र देर रात शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपने बेटे आदित्य ठाकरे और संजय राउत के साथ एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात करने उनके घर पहुंचे. यहां वह काफी देर ठहरे और फिर रवाना हुए.


बता दें कि आज तीनों पार्टिया सरकार बनाने को लेकर ऐलान कर सकती हैं.आज शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की बैठक के बाद घोषणा की जा सकती है. अभी तक बने पावर शेयरिंग फॉमूले के मुताबिक विधायकों की संख्या के आधार पर मंत्रालयों का आवंटन होगा. यानी जिसकी जितनी संख्या भारी उतनी उसकी हिस्सेदारी होगी.






क्या है फॉर्मूला

शिवसेना के 56 विधायक हैं और उसे मुख्यमंत्री सहित 14 मंत्रालय या मंत्री पद दिए जाएंगे. एनसीपी के 54 विधायक हैं और उसे भी 14 मंत्रालय या मंत्री पद दिए जाएंगे. कांग्रेस के 44 विधायकों और कांग्रेस को 11 मंत्रालय या मंत्री पद जाएंगे. बचे हुए तीन मंत्रालयों के बंटवारे का फैसला होना बाकी है.


शिवसेना के सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे होंगे और पूरे पांच साल के लिए शिवसेना का ही मुख्यमंत्री होगा. मुख्यमंत्री अपने पास सामान्य प्रशासन तो रखेंगे ही, शहरी विकास मंत्रालय भी रखेंगे. शहरी विकास मंत्रालय के अंतर्गत नगर पालिका और नगर निगम आती हैं. इसमें मुंबई महानगरपालिका भी शामिल है. इसका बजट 30000 करोड़ रुपये सालाना से ऊपर होता है. फिलहाल बीएमसी में शिवसेना बीजेपी की मदद के काबिज है. इसके अलावा भी कई शहरी नगर निगम और नगर पालिकाओं में शिवसेना का कब्जा है. दरअसल शिवसेना शहरी पार्टी है. उसका दबदबा शहरी इलाकों में ज्यादा है. इसलिए मुख्यमंत्री शहरी विकास मंत्रालय अपने पास रखना चाहते हैं.


कांग्रेस कोटे से अशोक चौहान ,पृथ्वीराज चौहान, बालासाहेब थोराट मंत्री बनेगे. एक डिप्टी सीएम कांग्रेस को दिया जाएगा. डिप्टी सीएम का नाम कांग्रेस तय करेगी. राजस्व मंत्रालय भी कांग्रेस को दिया जाएगा. माना जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष का पद कांग्रेस को दिया जा सकता है.


एनसीपी से अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा. वह राज्य के गृहमंत्री भी होंगे. यानी राज्य का दूसरा सबसे ताकतवर मंत्रालय गृह मंत्रालय एनसीपी को दिया जा रहा है. एनसीपी कोटे से जयंत पाटिल, छगन भुजबल और नवाब मलिक मंत्री बनेंगे.


सूत्रों के मुताबिक सरकार बनने के बाद कैबिनेट के पहले फैसले में किसानों की कर्जमाफी का एलान होगा. किसानों के तकरीबन तकरीबन 35 हजार करोड़ रुपये के कर्ज माफ किए जाएंगे. शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की साझा सरकार बनने के बाद कैबिनेट की पहली मीटिंग में ही किसानों की कर्जमाफी का एलान सरकार करेगी. उसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है.


आज कब क्या होगा?
- सुबह 9 बजे संजय राउत अपने आवास पर पत्रकारों से बात करेंगे.
-सुबह 10.30 बजे शिवसेना के सभी विधायकों को मातोश्री में मौजूद रहने को लिए कहा गया. उद्धव ठाकरे सभी विधायकों से बातचीत करेंगे. सभी विधायकों को अपना सामान ले आने को कहा गया है. इसके बाद विधायकों को महाराष्ट्र के महाबलेश्वर या फिर लोणावला ले जाने की तैयारी की जा रही है.
- कांग्रेस और एनसीपी अपने सहयोगियों साथ बैठक करेंगे. कांग्रेस और एनसीपी के नेता अब शिवसेना के साथ बैठक करने से पहले अपने प्री-पोल पार्टनरों यानी पीजेंट्स वर्कर्स पार्टी (PWP), समाजवादी पार्टी, स्वाभिमानी पक्ष, सीपीआई (M) से बात करेंगे.
-कांग्रेस,एनसीपी और शिवसेना के नेताओं की फिर एकसाथ बैठक होगी.-


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