नई दिल्ली: आरे के बाद क्या बुलेट ट्रेन के काम को भी महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार रोक देगी. ये सवाल इसलिए क्योंकि बुलेट ट्रेन को लेकर महाराष्ट्र के दाहाणू पालघर में लोग विरोध कर रहे हैं. हालांकि शिवसेना सूत्रों ने साफ किया है कि विकास कामों के बीच वो रोड़ा नहीं बनेगी. लेकिन किसी भी प्रोजेक्ट पर जनता का विरोध होगा और वो जनहित में नहीं होगा तो सरकार उस पर पुर्नविचार भी करेगी. बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर विरोध हो रहा है.


महाराष्ट्र के जिस पालघर इलाके से होकर ये बुलेट ट्रेन गुजरने वाली है वहां बीते सालभर में सौ से ज्यादा भूकंप के झटके आ चुके हैं. कुछ झटके तो रिक्टर स्केल पर 4.5 की तीव्रता के भी रहे, जिनके मकान ढहे और लोगों की मौतें हुई. बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है.


सामना में शिवसेना ने बीजेपी पर बोला हमला
शिवसेना आज एक बार फिर अपने मुखपत्र सामना के जरिए बीजेपी और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर हमला बोला है. सामना में लिखा है कि महाराष्ट्र में जो कुछ भी हुआ वो बीजेपी का कर्म फल है. सामना में लिखा है कि विधानसभा स्पीकर पद पर नाना पटोले की नियुक्ति बीजेपी के लिए सबसे बड़ा तमाचा है.


बीजेपी नेता ने 80 घंटे के सीएम को लेकर किया बड़ा दावा
बीजेपी के बड़े नेता अनंत हेगड़े ने खुलासा किया है कि केंद्र के 40 हजार करोड़ बचाने के लिए फडणवीस को 80 घंटे के सीएम बनना पड़ा. हेगड़े का दावा है कि इस पैसे पर शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की बुरी नजर थी- 80 घंटे में इस पैसे का उचित इंतजाम कर दिया गया.


अनंत कुमार हेगड़े ने कहा, ''महाराष्ट्र में 80 घंटे सीएम रहने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफा दिया. यह ड्रामा क्यों हुआ ? क्या हमें पता नहीं था कि हमारे पास बहुमत नहीं है, इसके बावजूद मुख्यमंत्री बने. यह सवाल हर कोई पूछ रहा है. सीएम की पहुंच 40 हजार करोड़ तक थी. अगर कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना सत्ता में आ जाते तो वो चालीस हजार करोड़ का दुरुपयोग करते.''