Priyanka Chaturvedi: शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने सोमवार (19 अगस्त) को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखा. प्रियंका चतुर्वेदी ने इस पत्र में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की घटना का जिक्र करते हुए महिला सुरक्षा का भी मुद्दा उठाया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी प्रियंका चतुर्वेदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखे पत्र को शेयर किया.


प्रियंका चतुर्वेदी ने X पर लिखा, 'रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर मैंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर महाराष्ट्र शक्ति दंड कानून (महाराष्ट्र संशोधन) अधिनियम, 2020 और महाराष्ट्र शक्ति दंड कानून, 2020 के कार्यान्वयन के लिए विशेष न्यायालय और मशीनरी को मंजूरी देने की मांग की है.'


क्या बोलीं प्रियंका चतुर्वेदी?


प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा, 'महाराष्ट्र शक्ति दंड कानून (महाराष्ट्र संशोधन) अधिनियम, 2020 और महाराष्ट्र शक्ति दंड कानून, 2020 को  उद्धव बालासाहेब ठाकरे के नेतृत्व में राज्य विधानसभा में मंजूरी मिली थी और तब से ही इसे शीर्ष नेतृत्व की मंजूरी का इंतजार है. यह राखी के अवसर पर राज्य और देश की महिलाओं के लिए सबसे उपयुक्त उपहार साबित होगा.'


उठाया महिला सुरक्षा का मुद्दा


इसके साथ ही प्रियंका चतुर्वेदी ने पत्र में लिखा कि कोलकाता की घटना और देश के अन्य हिस्सों में इस तरह की वारदातों से महिलाओं का सिस्टम पर भरोसा कमजोर हुआ है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि जरुरत है कि महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए और उनके लिए तत्काल न्याय की व्यवस्था की जाए.


इलेक्शन मोड में शिवसेना (यूबीटी)


शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा, 'महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव इसलिए स्थगित कर दिए गए हैं क्योंकि वे (भाजपा) हेमंत सोरेन को सीएम पद से हटाना चाहते हैं, उनकी पार्टी को तोड़ना चाहते हैं और झारखंड में अस्थिरता लाना चाहते हैं इसलिए चुनाव नहीं हो रहे हैं उन्हें इसके लिए समय चाहिए. उन्हें महाराष्ट्र और झारखंड में हार का डर है बीजेपी दोनों राज्य में बुरी तरह से हार रही हैं. महाराष्ट्र में उनका सफाया होने वाला है.'


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