Patra Chawl Land Scam Case: 10 अक्टूबर तक बढ़ाई गई संजय राउत की न्यायिक हिरासत, 1 अगस्त को ED ने किया था गिरफ्तार
Sanjay Raut: पात्रा चॉल लैंड स्कैम मामले में संजय राउत की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही. कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत को 10 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है. जानिए आखिर ये पूरा मामला है क्या?
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Sanjay Raut Money Laundering Case: शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) पात्रा चॉल लैंड स्कैम मामले में न्यायिक हिरासत में हैं. उनकी न्यायिक हिरासत को 10 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया है. अब संजय राउत की रिमांड और जमानत दोनों पर एक ही दिन सुनवाई होगी. कोर्ट ने दोनों को मर्ज कर दिया है. राउत की जमानत अर्जी और जेल हिरासत पर अब 10 अक्टूबर को कोर्ट सुनवाई करेगा.
क्या है चार्जशीट में?
- ईडी ने सप्लिमेंट्री चार्जशीट में बताया कि प्रवीण राउत शिवसेना सांसद संजय राउत का भरोसेमंद था इसलिए उसे गुरु आशीष कंपनी में लाया गया.
- प्रवीण राउत को शिवसेना नेता संजय राउत के करीबी दोस्त होने के कारण इस प्रोजेक्ट में शामिल किया गया था.
- प्रवीण राउत के पास इतनी शक्ति थी कि वो किसी भी महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर सकता था
- प्रवीण को महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) के साथ बातचीत करने के लिए रखा गया था.
- प्रवीण राउत को सभी सरकारी, सेमी गवर्नमेंट, वैधानिक और स्थानीय अधिकारियों के साथ संपर्क करने का काम दिया गया था.
1 अगस्त को किया था गिरफ्तार
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राउत को 1 अगस्त को मुंबई के उत्तरी उपनगरों में एक पुनर्विकास परियोजना से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग के सिलसिले में गिरफ्तार किया था. संजय राउत को सह आरोपी प्रवीण राउत से कांदिवली में पात्रा चॉल की पुनर्विकास परियोजना से अपराध की आय प्राप्त करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. ईडी ने शुरू में दावा किया था कि राउत के परिवार को 1.06 करोड़ रुपये 'प्रत्यक्ष लाभार्थी' के रूप में मिले थे. राउत ने आरोपों से इनकार किया है. ईडी ने राउत की पत्नी वर्षा से भी अपने कार्यालय में पूछताछ की थी.
क्या है पात्रा चॉल केस?
शिवसेना सांसद संजय राउत पात्रा चॉल जमीन घोटाले (Patra Chawl Case) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे हैं. पात्रा चॉल लैंड स्कैम की शुरूआत 2007 से हुई. आरोप है कि महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी MHADA के साथ प्रवीण राउत, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की मिलीभगत से घोटाले को अंजाम दिया गया. इसमें 1034 करोड़ के घोटाले का आरोप है. संजय राउत के दोस्त प्रवीण राउत भी इस मामले में आरोपी हैं. कंस्ट्रक्शन कंपनी पर चॉल के लोगों के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है. ये कंपनी प्रवीण राउत की है. पात्रा चॉल में 3 हजार फ्लैट बनाए जाने थे. 672 फ्लैट चॉल के निवासियों को मिलने थे. प्राइवेट बिल्डरों को जमीन बेचने का आरोप है.
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