Maharashtra: 'बीजेपी को गुस्सा करने की क्या जरूरत, ये सच है कि...', खरगे के 'कुत्ते' वाले बयान पर संजय राउत
Sanjay Raut: संजय राउत ने कहा कि अमृता फडणवीस को अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार है, लेकिन असली मुद्दा ये है कि क्या बीजेपी उनके बयान का समर्थन करती है.
Sanjay Raut On Kharge Dog Remark Row: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) और अमृता फडणवीस के हालिया बयानों पर प्रतिक्रिया दी. राउत ने पार्टी के मुखपत्र सामना में कांग्रेस अध्यक्ष के 'कुत्ते' वाले बयान को लेकर बीजेपी पर तंज कसते हुए लिखा कि ये सच है कि बीजेपी (BJP) के पास अपने नायक नहीं हैं और इसलिए उसे उन आइकनों को चुराना पड़ता है जो मुख्य रूप से कांग्रेस (Congress) से थे.
संजय राउत ने लिखा, "कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में बीजेपी का एक कुत्ता भी नहीं मरा. इस टिप्पणी ने बीजेपी नेताओं को उकसाया, लेकिन खरगे जी ने जो कहा वो सच है. नाराज होने की क्या बात है? क्या बीजेपी के पास इसका कोई जवाब है?"
क्या कहा था मल्लिकार्जुन खरगे ने?
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हाल ही में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि कांग्रेस के नेताओं ने आजादी के लिए अपनी जान दी, आपने क्या किया? क्या आपके घर का कुत्ता भी देश के लिए मरा है? क्या किसी ने कोई कुर्बानी दी है? नहीं, फिर भी बीजेपी देशभक्त होने का दावा करती है और हमें देशद्रोही करार दिया जाता है.
अमृता फडणवीस के बयान पर बोले संजय राउत
उन्होंने कहा कि, "एक तरफ मल्लिकार्जुन खरगे के बयान ने बीजेपी को असहज कर दिया और दूसरी तरफ अमृता फडणवीस ने पीएम मोदी को न्यू इंडिया का राष्ट्रपिता कहा. अमृता फडणवीस अपनी राय व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या बीजेपी उनके विचार का समर्थन करती है." बता दें कि, अमृता फडणवीस महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की पत्नी हैं. अमृता फडणवीस ने पीएम नरेंद्र मोदी को नए भारत का राष्ट्रपिता कहा था.
संजय राउत ने और क्या कहा?
शिवसेना सांसद ने लिखा, "हर किसी को नरेंद्र मोदी का सम्मान करना चाहिए क्योंकि वह देश के प्रधानमंत्री हैं, लेकिन महात्मा गांधी को लोगों ने राष्ट्रपिता कहा था. कोई नया भारत या पुराना भारत नहीं है और इसलिए नए भारत का कोई पिता नहीं है." संजय राउत (Sanjay Raut) ने आगे लिखा कि, "अब बीजेपी वीर सावरकर पर अपना दावा ठोंक रही है, लेकिन सावरकर ने हमेशा आरएसएस का विरोध किया और 'नए भारत के पिता' ने सावरकर को सम्मान देने का कोई फैसला नहीं किया.''
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