बहन ने कराई थी मुलाकात...1989 में हुई शादी, 2 दशक पहले ही रश्मि ठाकरे ने देख लिया था उद्धव के CM बनने का सपना
Rashmi Thackeray Uddhav Thackeray: रश्मि ठाकरे उद्धव ठाकरे की पत्नी हैं, उद्धव शिवसेना के संस्थापक बालासाहब ठाकरे के बेटे हैं और वह महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
Rashmi Thackeray Profile in Hindi: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और महाविकास अघाडी के नेता उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की पत्नी रश्मि ठाकरे (Rashmi Thackeray) इन दिनों चर्चा में हैं. वह एक के बाद एक कई सियासी आयोजनों में हिस्सा लेती दिख रही हैं. सियासत के जानकारों का कहना है कि रश्मि की सूबे की राजनीति में औपचारिक एंट्री की जमीन तैयार की जा रही है. यदि ऐसा है तो महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति में एक और ठाकरे की एंट्री होने वाली है. रश्मि से पहले ठाकरे कुनबे से बालासाहब ठाकरे, उद्धव ठाकरे, राज ठाकरे, आदित्य ठाकरे और अमित ठाकरे सक्रिय हैं ही. अब रश्मि ठाकरे का नाम सामने है, ऐसे में आइए जानते हैं उनके बारे में..
रश्मि ठाकरे महाराष्ट्र में एक प्रमुख व्यवसायी रही हैं. उद्धव ठाकरे से उनकी शादी साल 1989 में हुई थी. वह मुंबई स्थित कंपनी कोमो स्टॉक्स एंड प्रॉपर्टीज एलएलपी की निदेशक रही हैं. उनके बड़े बेटे आदित्य ने भी यही जिम्मेदारी संभाली. बहरहाल, रश्मि के पति, बड़ा बेटा और ससुर सभी राजनेता हैं. उनके ससुर स्वर्गीय बाला साहेब ठाकरे थे, जो शिवसेना पार्टी के संस्थापक भी थे.
ऐसे उद्धव ठाकरे की जीवन संगिनी बनी थीं रश्मि
साल 1987 में रश्मि ने जीवन बीमा निगम में कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी के तौर पर काम करना शुरू किया था. कहा जाता है कि इसी नौकरी के दौरान रश्मि ठाकरे की दोस्ती राज ठाकरे की बहन जयजयवंती से हो गई. वहीं, राज ठाकरे उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई हैं. राज की बहन ने ही उद्धव की मुलाकात रश्मि से करवाई थी. इसी तरह दोनों की मुलाकात होने लगी. उसके बाद साल 1989 में उद्धव और रश्मि की शादी हुई.
चाहती थीं- 1999 में पति उद्धव बागडोर संभालें
रश्मि को अपने बेटे आदित्य ठाकरे की राजनीतिक पारी शुरू करने का श्रेय भी ही दिया जाता है. शिवसेना के कुछ नेता कहते हैं कि, रश्मि अपनी पार्टी से अच्छी तरह वाकिफ हैं और पार्टी के कई नेताओं के बीच और यहां तक कि बाहर भी उन्हें 'संगठनात्मक सूत्र' के रूप में देखा गया. यह भी कहा जाता है कि रश्मि ने ही बीजेपी-शिवसेना सरकार बनाने के मामले में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के रूप में आदित्य के नाम पर जोर दिया था. एक बात यह भी है कि, साल 1999 में रश्मि ने चाहा था कि उद्धव मुख्यमंत्री बनें.
पति के साथ शुरू की थी 'चौरंग’ एजेंसी
उद्धव से शादी के शुरुआती दो सालों तक रश्मि मातोश्री (Matoshree) में नहीं रहीं. बल्कि उन शुरुआती सालों में, उद्धव ठाकरे ने 'चौरंग’ नामक एक विज्ञापन एजेंसी शुरू की थी. कुछ सालों में यह खबरें आने लगीं कि 40 साल की उम्र में उद्धव को अपनी पत्नी से ही राजनीति में आने की प्रेरणा मिली. एक अंग्रेजी अखबार ने खबर छापी थी कि रश्मि चाहती थी कि अगर पार्टी सत्ता में लौटी तो उद्धव 1999 में राज्य की बागडोर संभालें.
..और फिर ख्वाहिश यूं हुई पूरी
पति उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री के रूप में देखने की रश्मि की ख्वाहिश 2019 में पूरी हुई. 29 नवंबर 2019 में शाम को 6.40 बजे उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वह राज्य के 18वें मुख्यमंत्री बने. साथ ही वह ठाकरे परिवार से पहले सदस्य बने जो किसी संवैधानिक पद पर पहुंचे. तब से यह बातें होनी शुरू हो गईं कि उद्धव के मातोश्री से मंत्रालय तक के रास्ते में जितनी भूमिका शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के विधायकों की रही उससे कहीं ज्यादा उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे की रही. अब रश्मि ठाकरे के सियासत में उतरने की खबरें आ रही हैं. हालांकि, परिवार ने कभी यह बात नहीं कही है.
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