Abdul Sattar on TET: शिवसेना (Shivsena) के बागी विधायक अब्दुल सत्तार( Abdul Sattar) की तीन बेटियों और एक बेटे का शिक्षक अर्हता परीक्षा (TET) 2019-20 की अयोग्य 7,800 लोगों की लिस्ट में नाम आया है. बता दें कि महाराष्ट्र राज्य परीक्षा ( MSCE) ने पिछले बुधवार को बताया था कि जिन लोगों ने टीईटी (TET) 2019 की मार्कशाीट में छेड़छाड़ की यह उनका नाम है. एमएससीई के मुताबिक 7 हजार 800 में से 7, 500 ने अंतिम पेपर से पहले खुद को पात्र दिखाने के लिए पैसे देकर कथित रूप से रिजल्ट में गड़बड़ी कराई. जबकि 293 अभ्यर्थियों ने आखिरी परिक्षा के बाद फेक सर्टिफिकेट बनवाएं.
एमएससीई की आयुक्त शैलजा दरादे ने बताया कि पुलिस जांच में 7,880 अभ्यर्थी 2019-20 टीईटी गड़बड़ी में शामिल पाए गए. पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर इन सभी उम्मीदवारों को अयोग्य ठहरा दिया गया और उनके पेपर में फिर से शामिल होने पर रोक लगा दी गई.
पूर्व मंत्री और एमएलए अब्दुल सत्तार ने क्या कहा?
महाविकास अघाडी सरकार में मंत्री रहे और विधायक अब्दुल सत्तार ने कहा कि वो जांच की मांग करेंगे कि कैसे उनकी दो बेटियों के नाम सूची में आए जबकि वो तो यह परीक्षा पास भी नहीं कर पाई थीं. बेटे ने तो पेपर ही नहीं दिए थे. पूर्व मंत्री अब्दुल ने बताया कि मेरी हीना कौसुर अब्दुल सत्तार शेख और उज्मा नाहिद अब्दुल सत्तार शेख जनवरी 2020 में टीईटी के पेपर में शामिल हुईं थी. इसमें मेरी दोनी बेटियां पास नहीं हो पार्ई थी. मेरे पास इसके सबूत है. मेरा बेटा अभी एलएलबी कर रहा है. एमएलए अब्दुल सत्तार ने तीसरी बेटी को लेकर कहा, 'वे अलग रहती हैं और मैं इस बात पर नजर नहीं रख सकता कि वह किस परीक्षा में बैठी.’
इस सवाल पर कि क्या उनकी बेटियां अब भी शिक्षण संस्थान में काम करती हैं, कहा, शिंदे गुट के विधायक अब्दुल ने कहा, 'यह मेरा शिक्षण संस्थान है और यदि वे बिना किसी पैसे के काम करना पसंद करती हैं तो मैं क्या करूं. हमारे पास प्रमाणपत्र हैं जिन पर लिखा है कि वे अपात्र हैं. मैं नहीं जानता कि वे कैसे पात्र हो गईं. हमने सूची में उनके नाम देखे और तब हमने जांच की मांग की.’’
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