Maharashtra Politics: शिवसेना (Shiv Sena) पार्टी को लेकर लड़ाई 8 अगस्त को खत्म हो सकती है क्योंकि चुनाव आयोग (Election Commission) ने उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के गुटों को पार्टी के लिए बहुमत साबित करने के लिए नोटिस भेज दिया है और 8 अगस्त तक जवाब मांगा है. इस मामले पर शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) का बयान आया है. उन्होंने कहा है कि बालासाहेब (Balasaheb Thackeray) की हिंदुत्व वाली पार्टी पर चुनाव आयोग सवाल उठा रहा है.
संजय राउत ने कहा है कि ये महाराष्ट्र के लोगों के लिए चौंकाने वाली बात है कि हिंदुत्व को लेकर बालासाहेब ठाकरे ने 56 साल पहले पार्टी बनाई थी और चुनाव आयोग उनके ही संगठन पर सवाल उठा रहा है. उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि दिल्ली हमारी पार्टी को बर्बाद करना चाहती है. उद्धव ठाकरे शिवसेना के इकलौते नेता हैं. उन्होंने कहा कि ये तय करने के लिए कि शिवसेना किसकी है ये तो दुर्भाग्य की बात है. उन्होंने कहा कि ये वक्त शिवसेना में सिर्फ बागियों की वजह से आया है और महाराष्ट्र के 11 करोड़ लोग इसे देख रहे हैं.
11 करोड़ लोग जानते हैं शिवसेना किसकी
संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि महाराष्ट्र (Maharashtra) के 11 करोड़ लोग जानते हैं कि शिवसेना (Shiv Sena) किसकी है. सीमा विवाद के लिए मारे गए 69 शहीद शिवसेना से हैं, हजारों आंदोलन में शिवसैनिक शहीद हुए और जेल गए ये भी एक सबूत है. 1992 के दंगों (1992 Riots) में हजारों शिवसैनिकों पर मुकदमा चलाया गया और लोग मारे गए ये भी एक प्रमाण है. मराठी मानुस के खून में शिवसेना है. पार्टी से 10 या 20 लोग पैसे के लालच और डर से टूट जाने से शिवसेना किसकी है ये साबित नहीं हो सकता.
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