Maharashtra Politics: शिवसेना नेता अनंत गीते (Anant Geete) के बयान पर पार्टी के सीनियर नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने साफ किया कि ये उनका निजी विचार हो सकता है, पार्टी का नहीं. दरअसल, सोमवार को अनंत गीते ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि अपनी पार्टी बनाने के लिए कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने वाले नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार शिवसैनिकों के लिए 'गुरु' नहीं हो सकते.
गीते के इस बयान पर संजय राउत ने कहा, “मुझे नहीं पता कि अनंत गीते ने क्या कहा है, मैं केवल इतना कहूंगा कि शरद पवार एक बड़े नेता हैं, वे महाराष्ट्र में सरकार के मुख्य स्तंभ हैं. यह किसी की निजी राय हो सकती है लेकिन यह पार्टी का बयान नहीं है.”
संजय राउत ने ये भी कहा, “यह हम मानते हैं कि शरद पवार शिवसेना के नेता नहीं है. लेकिन वो देश के सबसे बड़े नेता हैं, ऐसा सब मानते हैं. उद्धव ठाकरे हमारे सीएम हैं और शरद पवार हमारे मार्गदर्शक हैं.” शिवसेना सांसद ने कहा कि महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी की सरकार को दो साल हो गए हैं और ये तीन साल और चलेगी. उन्होंने कहा, “और आगे का किसने देखा है, आगे हो सकता है हम लोग (शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस) मिलकर चुनाव लड़ें. हमको यह गठबंधन चलाना है, यह हमने तय किया है.”
रायगढ़ के पूर्व सांसद अनंत गीते ने कहा था कि एनसीपी का गठन कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपकर किया गया था. जब दो कांग्रेस पार्टियां एक ही पार्टी नहीं बन सकतीं, तो शिवसेना कांग्रेस कैसे बन सकती है? भले ही केंद्र और राज्य में एमवीए सरकार आती है, हम अघाड़ी सैनिक नहीं हो सकते, हम शिव सैनिक रहेंगे.
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