महाराष्ट्र में सस्पेंस बरकरार, संजय राउत बोले- सरकार बनाने में समय लगता है
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि सरकार बनाने में समय लगता है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति शासन के दौरान आपको कई तरह की प्रक्रिया से गुजरना होता है. राज्य में 12 नवंबर को राष्ट्रपति शासन लगाया गया था.
मुंबई: मुलाकातों और चर्चाओं के कई दौर के बाद भी महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस और एनसीपी फैसला नहीं कर पाई है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से सोमवार को मुलाकात की थी लेकिन कोई फैसला नहीं हो पाया. ऐसे में सरकार को लेकर सस्पेंस बरकरार है और अब इस देरी पर शिवसेना नेता संजय राउत ने बयान दिया है.
संजय राउत ने कहा कि सरकार बनाने में समय लगता है. उन्होंने कहा, ‘’सरकार बनने में समय लगता है. ऐसा नहीं है कि सामान्य प्रक्रिया के दौरान ऐसा नहीं होता है. राष्ट्रपति शासन में आपको कई सारी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है.’’
Sanjay Raut, Shiv Sena when asked 'you've given a timeline of Dec 1st week' (for the formation of govt in Maharashtra): It takes time to form a govt. It's not like it doesn't happen during normal course. You need to go through a lot of processes when it comes to President's Rule. pic.twitter.com/Fcs8rsIwpW
— ANI (@ANI) November 19, 2019
जाहिर है कि 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद किसी पार्टी ने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया. ऐसे में राज्य में 12 नवंबर को राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया. इसके बाद से शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस ने सरकार बनाने के लिए समर्थन मांगा. इस पर कई दौर की चर्चा भी हुई है लेकिन कांग्रेस अभी तक फैसला नहीं कर पा रही है. उधर महाराष्ट्र कांग्रेस के विधायकों ने सोनिया गांधी से कहा है कि शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनानी चाहिए.
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कांग्रेस के विधायक ने सरकार बनाने में हो रही देरी पर हाई कमान को चेताया है. पार्टी के सीनियर नेताओं का कहना है कि सरकार बनाने में हो रही देरी से नुकसान हो सकता है. कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं और वह राज्य में चौथे नंबर की पार्टी है. राज्य में सरकार बनाने के लिए 145 विधायकों के समर्थन की जरूरत है. शिवसेना के पास 56, एनसीपी के पास 54 और कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं. तीनों का आंकड़ा 154 होता है तो बहुमत से कहीं ज्यादा है.
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