Shinde Vs Thackeray: शिवसेना के तीर-कमान के चुनाव चिह्न को लेकर विवाद के बीच चुनाव आयोग ने शनिवार (8 अक्टूबर) को शिवसेना (Shiv Sena) का चुनाव चिन्ह फ्रीज कर दिया था. चुनाव आयोग (ECI) ने साथ ही शिंदे और ठाकरे गुट को अपने दल के लिए तीन-तीन नए नाम और चुनाव चिन्ह के बारे में बताने को कहा. दोनों गुटों को चुनाव आयोग के पास जो फ्री सिंबल मौजूद हैं उनमें से नया चुनाव चिन्ह चुनना है और सोमवार (10 अक्टूबर) तक जवाब देना है. इस मामले पर अब दोनों गुटों की ओर से प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं.
उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने पार्टी के चुनाव चिन्ह पर कहा कि चुनाव आयोग ने हमारे चुनाव चिन्ह को सील कर दिया है. उन्होंने हमें ने नाम और चुनाव चिन्ह चुनने को कहा है. उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग को तीन सिबंल दिए हैं जोकि 'त्रिशूल', 'मशाल' और 'उगता सूरज' है. चुनाव आयोग अब तय करेगा और चुनाव चिन्ह आवंटित करेगा.
ठाकरे गुट ने दिए ये नाम
सांसद अरविंद सावंत ने पार्टी के नाम को लेकर कहा कि हमारी पार्टी का नाम शिवसेना है. अगर चुनाव आयोग 'शिवसेना (बालासाहेब ठाकरे)', 'शिवसेना (प्रबोधनकर ठाकरे)' या 'शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे)' सहित शिवसेना से संबंधित कोई भी नाम देता है, तो वह होगा हमें स्वीकार्य है.
शिंदे गुट बोला चिन्ह के असली हकदार हम
इस मामले को लेकर रविवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट ने भी पीसी की. शिंदे गुट के मंत्री दीपक केसरकर और मंत्री उदय सामंत ने पीसी में कहा कि शिवसेना पार्टी और चिन्ह के असली हकदार हम हैं और हम चुनाव आयोग के निर्णय से सहमत हैं. दूसरे गुट को इस बात का दुख क्यों है. हमें उम्मीद है कि आगे ये नाम और चिन्ह हमें मिलेगा, हमनें इसकी कई बार मांग की है.
उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना
शिंदे गुट के दीपक केसरकर ने कहा कि शायद उद्धव ठाकरे इस बात को भूल गए हैं कि नोटबंदी के बाद ही उनके सांसद और विधायक नरेंद्र मोदी के सिक्के पर ही जीत कर आए हैं. मोदी का सिक्का आज भी चमक रहा है, आगे भी चमकेगा. उन्होंने (उद्धव गुट) पिछले ढाई साल में कुछ नहीं किया. लोग उन्हें वोट नहीं देंगे, इसलिए वे सहानुभूति मांग रहे हैं. चुनाव आयोग संवैधानिक संस्था है, हमें इसका सम्मान रखना चाहिए, ट्विटर पर उनका अपमान नहीं करना चाहिए. हमारे पास सारे दस्तावेज हैं और हमारे पास बहुमत है. हमें ही ये चुनाव चिन्ह मिलेगा.
चुनाव आयोग ने सिंबल किया फ्रीज
गौरतलब है कि बीते दिन चुनाव आयोग (ECI) ने अंतरिम आदेश दिया कि आगामी अंधेरी पूर्व सीट के उपचुनाव में दोनों समूहों में से किसी को भी शिवसेना (Shiv Sena) के लिए आरक्षित चुनाव चिन्ह 'तीर-कमान' का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. कुछ दिन पहले एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के गुट ने चुनाव आयोग से 3 नवंबर को होने वाले अंधेरी (पूर्व) विधानसभा उपचुनाव से पहले चुनाव चिह्न पर जल्दी निर्णय लेने का अनुरोध किया था. जिसके बाद चुनाव आयोग ने आदेश दिया.
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