Ramdas Athawale On Shiv Sena: शिवसेना के दोनों गुटों में चुनाव चिन्ह को लेकर चल रहे विवाद के बीच केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले (Ramdas Athawale) ने शिंदे खेमे का समर्थन किया है. केंद्रीय मंत्री ने रविवार (9 अक्टूबर) को कहा कि चुनाव आयोग को अंतिम फैसला लेते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के गुट को शिवसेना का तीर-कमान का चुनाव चिह्न दे देना चाहिए.
रामदास अठावले ने कहा कि अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए शिवसेना के चुनाव चिह्न को फ्रीज कर दिया गया है. उसके बाद मुझे लगता है कि एकनाथ शिंदे समूह को शिवसेना का चुनाव चिह्न जरूर मिलना चाहिए. आयोग को बाद में मेरिट के आधार पर फैसला करना है. एकनाथ शिंदे को शिवसेना का चुनाव चिन्ह जरूर मिलेगा.
उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पार्टी के चुनाव चिह्न के फ्रीज होने के लिए उद्धव ठाकरे की राजनीतिक महत्वाकांक्षा जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे शिवसेना के चुनाव चिन्ह को फ्रीज करने के लिए जिम्मेदार हैं क्योंकि उन्होंने बीजेपी को धोखा देकर एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाई थी और मुख्यमंत्री बने थे. मुख्यमंत्री बनने के लिए उन्होंने अपनी पार्टी को काफी नुकसान पहुंचाया था और अब पार्टी को मूल चिन्ह के उपयोग पर प्रतिबंध का सामना करना पड़ रहा है.
चुनाव चिन्ह को लेकर जताई आपत्ति
रामदास अठावले ने आगामी उपचुनावों में उद्धव ठाकरे गुट की चुनाव चिह्न के रूप में 'उगता सूरज' की मांग पर भी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि 'उगता सूरज' पहले रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) का चुनाव चिह्न था, इसलिए इसे ठाकरे गुट को आवंटित नहीं किया जाना चाहिए.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ठाकरे गुट के सांसद अरविंद सावंत ने चुनाव आयोग को तीन चुनाव चिन्ह के विकल्प दिए हैं, जिसमें त्रिशूल, मशाल और उगता सूरज शामिल हैं. त्रिशूल और मशाल ठीक हैं, लेकिन 'उगता सूरज' ठाकरे गुट को नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि ये आरपीआई का सिंबल था. हम इस बारे में चुनाव आयोग को लिखने जा रहे हैं.
चुनाव आयोग ने शिवसेना का सिंबल किया फ्रीज
शिवसेना के उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) खेमे ने रविवार को आगामी अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग को दल के लिए तीन नाम और चुनाव चिन्हों की एक सूची सौंपी है. चुनाव आयोग ने शनिवार (8 अक्टूबर) को शिवसेना (Shiv Sena) के 'तीर-कमान' के चुनाव चिन्ह को फ्रीज कर दिया था. आयोग ने पार्टी के दोनों प्रतिद्वंद्वी खेमों को आगामी 3 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में इसका इस्तेमाल करने से रोक दिया था.
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