Sanjay Raut: उद्धव बालासाहेब ठाकरे (UBT) शिवसेना के मुखिया उद्धव ठाकरे से पार्टी (शिवसेना), चुनाव निशान के बाद अब संसद में मौजूद दफ्तर भी छिन गया है. चुनाव आयोग के फैसले को देखते हुए संसद में शिवसेना का दफ्तर अब एकनाथ शिंदे गुट को एलॉट कर दिया गया है. बता दें कि संसद में शिवसेना के दफ्तर पर एकनाथ शिंदे गुट ने अपना दावा किया था.

  


एक के बाद एक झटके लगने के बाद उद्धव गुट के राज्य सभा सांसद संजय राउत का बयान सामने आया है. राउत ने कहा, "जो कुछ लेना है ले जाएं, कुछ कायम नहीं है. हमारी जड़ें मजबूत हैं. चुनाव आयोग का निर्णय हम नहीं मानते, फैसला किसके दबाव में आकर दिया है? हम सुप्रीम कोर्ट में जीतेंगे हमें विश्वास है. हमारी शिवसेना है बालासाहेब ठाकरे की है, उद्धव ठाकरे की है." 


आप किस शिवसेना की बात कर रहे हैं?


संजय राउत ने कहा, "उन्होंने सब कुछ अपने कब्जे में ले लिया है, चलो दिल्ली चलकर देखते हैं. उद्धव ठाकरे ने हमें फोन नहीं किया कि आप किस शिवसेना की बात कर रहे हैं?"


दरअसल, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को असली शिवसेना मानने और उसे चुनावी सिंबल धनुष और तीर आवंटित करने के चुनाव आयोग के फैसले को उद्धव ठाकरे गुट ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. 


याचिका में कहा गया है कि चुनाव आयोग ने इस निष्कर्ष पर पहुंचने में गलती की कि दसवीं अनुसूची के तहत अयोग्य ठहराने और चुनाव संबंधी कार्यवाही अलग-अलग मामले हैं और विधायकों की अयोग्यता राजनीतिक दल की सदस्यता समाप्त करने पर आधारित नहीं है. इस मामले में अब सुप्रीम कोर्ट में बुधवार (22 फरवरी) को सुनवाई होगी.


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