Shiv Sena Symbol: 'हमारा धनुष-बाण चोरी हो गया, पार्टी पर डाका डाला, चोर को पकड़ना होगा'- बोले राउत
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में शिंदे गुट को शिवसेना का नाम और चुनाव निशान मिलने से उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत काफी नाराज हैं.
Sanjay Raut on EC Decision: चुनाव आयोग ने शिवसेना का नाम और निशान सीएम एकनाथ शिंदे के गुट के नाम कर दिया. इस तरह से उद्धव ठाकरे का अब शिवसेना पर हक नहीं रहा. उद्धव ठाकरे गुट ने चुनाव आयोग के इस फैसले का विरोध किया है. शिवसेना (यूबीटी) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने इस मामले पर शिंदे गुट पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, "हमारा जो धनुष-बाण (चुनाव चिन्ह) है, वह चोरी हो गया है."
राउत ने कहा, "हमारे पार्टी पर डाका डाला गया है. हम लोग इसकी जांच करेंगे. चोर को पकड़ना होगा. आखिर तीर-कमान का चोर कौन है? हम सब केवल धनुष-बाण चुराने वाले लोगों की जांच कर रहे हैं. यह चोरी उन्हें महंगी पड़ेगी." संजय राउत ने यह बातें उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद मीडिया के सामने कहीं.
'धनुष-बाण के चोर भी पकड़े जाएंगे'
संजय राउत ने आगे कहा, "कई जगहों पर चोरों को सड़क पर पकड़कर मार दिया जाता है. अगर कोई चोर पकड़ा जाता है तो लोग उसके कपड़े उतारकर उसे सड़क पर मार देते हैं." उन्होंने कहा, "धनुष-बाण के चोर भी पकड़े जाएंगे और राज्य की जनता ऐसा ही सबक सिखाएगी." शिवसेना (यूबीटी) गुट के नेता ने कहा, "कुछ भी कर लो, हम लोग डरने वाले नहीं है. शिवसेना मर्दों की पार्टी है. हम फिर से राज्य की सत्ता में वापस आएंगे."
हम चोर का पता लगाएंगे- राउत
राउत ने कहा, "हाल के दिनों में महाराष्ट्र में मंदिरों में लूट की कई घटनाएं हुई हैं. मंदिरों की सोने की मूर्तियां चोरी हो रही है. इसी तरह हमारे मंदिर से शिवसेना प्रमुख का धनुष-बाण चोरी हो गया. अब हम पता लगाएंगे कि वह चोर कौन हैं?" बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए राउत ने कहा, "अभी तीर कमान की चोरी हुई है और बीजेपी खुशी मना रही है. बीजेपी बाला साहेब का मुखौटा लगाकर वोट मांग रही है."
राउत ने भाषा की मर्यादा तोड़ी
इससे पहले राउत ने भाषा की मर्यादा तोड़ते हुए कहा था, "पालतू कुत्ते ने रोटी की थाली सरका ली तो मालिक भिखारी नहीं हो जाता और कुत्ता मालिक नहीं हो जाता." उन्होंने कहा था, "शिवसेना, शिवसेना है. चाहे उसे कितना भी मिटाने की कोशिश की जाए. याद रहे, रावण धनुष हिला नहीं पाएगा. वह धनुष-बाण उनके छत पर गिर पड़ेगा. आज सभी पार्टियों द्वारा एक साथ मिलकर चुनाव आयोग की जवाबदेही तय करने का वक्त आया है. राजनीतिक पार्टी का मतलब क्या है?"