Lok Sabha Elections Result 2024: 'नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के खिलाफ है RSS', संजय राउत का दावा; NDA गठबंधन को लेकर कही ये बात
Lok Sabha Elections Result 2024: शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने दावा करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में आए जनादेश के बावजूद अगर मोदी सरकार बनाने की कोशिश करते हैं तो इसका कोई फायदा नहीं होगा.
Lok Sabha Elections Result 2024: लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से NDA और I.N.D.I.A अलायंस के नेताओं के बीच जुबानी हमले जारी हैं. शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने एक बार फिर NDA पर निशाना साधा. साथ ही उन्होंने नरेंद्र मोदी को लेकर दावा करते हुए कहा कि आरएसएस उनको प्रधानमंत्री बनाने के खिलाफ है.
अंग्रेजी वेबसाइट द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, संजय राउत ने दावा किया कि बीजेपी को लोकसभा चुनाव में बहुमत हासिल नहीं हो पाया, इसलिए आरएसएस नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनते नहीं देखना चाहता और संघ अब अन्य विकल्पों पर विचार कर रहा है.
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत का बड़ा दावा
राउत ने कहा, ''2024 का जनादेश मोदी के खिलाफ था और उन्हें विनम्रतापूर्वक इसे स्वीकार कर लेना चाहिए था. उन्हें अबतक अपना पद छोड़ देना चाहिए था. अगर इसके बावजूद मोदी आगे बढ़कर सरकार बनाने की योजना बनाते हैं तो यह सरकार लंबे समय तक नहीं टिक पाएगी. इस बार आरएसएस मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के खिलाफ है. वह प्रधानमंत्री के लिए अन्य विकल्पों की तलाश कर रहा है.''
बीजेपी के खिलाफ है जनादेश- संजय राउत
शिवसेना (यूबीटी) नेता ने दावा करते हुए कहा कि इस जनादेश के बावजूद अगर मोदी सरकार बनाने की कोशिश करते हैं तो इसका कोई फायदा नहीं होगा. क्योंकि एनडीए गठबंधन के सहयोगी नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को मोदी-शाह ब्रांड की प्रतिशोध की राजनीति का कड़वा अनुभव है. इसलिए, आने वाले दिनों में कुछ भी हो सकता है.
क्या बदला जाएगा इस बार नेता?
हालांकि, संजय राउत के दावे की आरएसएस के एक शीर्ष सूत्र ने पुष्टि की. RSS के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि संघ के उच्च पदाधिकारी इस बार अन्य नामों पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं. सूत्रों की मानें तो 2014 के लोकसभा में मोदी के नेतृत्व में बीजेपी को 282 सीटें मिली थी, जबकि 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी को अकेले 303 लोकसभा सीटें मिलीं, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनावों में यह संख्या घटकर 240 हो गई. इसलिए, यह दर्शाता है कि मोदी की लोकप्रियता कम हो रही है और उन्हें बदलने की जरूरत है.
किन नामों पर हो रही चर्चा?
सूत्रों ने कहा कि जिन नामों पर चर्चा हुई, उनमें मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी के नाम शामिल हैं. हालांकि, इन नामों को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है. उन्होंने आगे कहा कि आरएसएस इस लोकसभा में अपने प्रति वफादार सांसदों से कह सकता है कि वे मोदी के खिलाफ आवाज उठाएं, ताकि उन पर औपचारिक रूप से पद छोड़ने का दबाव बनाया जा सके और दूसरों के लिए रास्ता तैयार किया जा सके.
क्या कहते हैं बीजेपी के सूत्र?
वहीं, बीजेपी के सूत्रों ने बताया कि मोदी तीसरे कार्यकाल को लेकर बहुत उत्साहित हैं. उन्होंने कहा कि मोदी और अमित शाह दोनों को ही आरएसएस की ओर से विरोध होने का अंदेशा है. इसलिए उन्होंने पहले ही एनडीए की बैठक बुलाकर मोदी को प्रधानमंत्री चुनने का फैसला किया है.
उन्होंने कहा कि प्रक्रिया के अनुसार, बीजेपी को मोदी को अपना संसदीय नेता चुनना होता है और उसके बाद ही बैठक में गठबंधन सहयोगियों से मंजूरी मिलनी चाहिए, लेकिन यहां मोदी और शाह ने यह दिखाने की कोशिश की है कि एनडीए गठबंधन मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहता है और इसलिए पार्टी को भी उनके साथ चलना चाहिए.